हंसल मेहता ने जब से अपनी नई वेब सीरीज ‘स्कैम 2010: द सुब्रत रॉय सागा’ को रिलीज करने का ऐलान किया है, वह इस कहानी को लेकर विवादों में घिर गए हैं।
रमेश अवस्थी वर्तमान में यहां ऑल इंडिया हेड (टीवी) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। समाचार4मीडिया से बातचीत में रमेश अवस्थी ने कहा कि अब वह पूरा ध्यान सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में लगाएंगे।
दारुल उलूम ने यदि ऐसा कोई फ़तवा दिया है, तो यह वास्तव में अति निन्दनीय, शर्मनाक और देश-विरोधी है।
बता दें कि आलोक द्विवेदी इससे पहले दो दशक से ज्यादा समय से ‘सहारा मीडिया नेटवर्क’ (Sahara Media Network) से जुड़े हुए थे।
'सहाराश्री' की याद में ‘भारत एक्सप्रेस’ न्यूज चैनल पर 23 नवंबर की रात 8 बजे उनके जीवन पर आधारित एक फिल्म दिखाई जाएगी और उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी जाएगी।
यह भी सच है कि, उन लोगों ने भी सुब्रत रॉय सहारा के लिए बहुत कुछ किया, तभी सुब्रत रॉय इतने बड़े व्यक्ति बन सके।
स्वास्थ्य में गिरावट के कारण 12 नवंबर को सुब्रत रॉय को मुंबई के ‘कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल और मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट’ में भर्ती कराया गया था।
देशभर में ‘सहाराश्री’ के नाम से मशहूर सुब्रत रॉय का जन्म 10 जून 1948 को बिहार में हुआ था। वह सहारा इंडिया परिवार के फाउंडर थे।
हृदय विदारक यह खबर ‘समाचार4मीडिया’ में पढ़कर दंग रह गया कि सहाराश्री यानी सुब्रत रॉय नहीं रहे। वह एक ऐसे इंसान थे, जिन्होंने हमेशा मुझे प्रेरित किया।
सुब्रत रॉय के इशारों पर शासन सत्ता चलती थी। उनकी व्यक्तिगत जिंदगी की कहानियां किवदंती बनकर फैली हुई थीं। पूरा बॉलीवुड, क्रिकेट टीम, बड़े बड़े राजनेता और हर तबके के स्टार नतमस्तक थे।