कांगड़ा घाट पर कांवड़ यात्रा के दौरान फ़रीदाबाद के पीर बाबा मोहल्ला का रहने वाला युवक मोनू सिंह गंगा में स्नान करते समय नदी के तेज बहाव की चपेट में आ गया।
सहारनपुर के DIG अजय कुमार साहनी ने कहा कि कई बार दुकानदार दूसरे नामों से अपनी दुकान, ढाबे और होटल चलाते हैं, और बाद में जब असलियत का पता चलता है तो विवाद हो जाता है।
अभी भी मुझे इस बात का कोई तार्किक उत्तर नहीं मिलता कि कोई दुकानदार, होटल, रेस्टोरेंट अपने दुकान में मालिक का नाम और स्टाफ का नाम क्यों नहीं लिख सकता?
यह अच्छा हुआ कि मुजफ्फरनगर में कांवड़ मार्ग पर दुकानदारों को अपना नाम लिखने का आदेश स्वैच्छिक बना दिया गया, लेकिन क्या अब भाईचारा बढ़ जाएगा?