लोग मतगणना की पल-पल की अपडेट्स चाहते हैं। ऐसे में तमाम मीडिया प्रतिष्ठानों और पत्रकारों ने काउंटिंग डे यानी मतगणना वाले दिन की कवरेज के लिए अपनी कमर कस ली है।
गौरतलब है कि तीन दिसंबर को मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के परिणाम आने हैं और अखबार ने उसी से जोड़कर यह प्रयोग किया है।
जाने-माने न्यूज एंकर्स में शुमार भूपेंद्र चौबे को मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव है। इस दौरान वह ‘एनडीटीवी’, ‘सीएनएन न्यूज18’ और ‘इंडिया अहेड’ जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों से जुड़े रहे हैं।
सूचना-प्रसारण सचिव अपूर्व चन्द्रा ने कहा कि आकाशवाणी न्यूज और दूरदर्शन ने जी-20 शिखर सम्मेलन की कवरेज का सराहनीय कार्य किया है
आज के दौर में ऐसे संपादकों की जरूरत है, जो हुकूमत के इशारे पर नहीं नाचें, बल्कि सियासत को अपनी पेशेवर कलम से नचाएं।
एडिटर्स गिल्ड ने एक बयान जारी कर तीन मई से मणिपुर में शुरू हुई जातीय हिंसा की मीडिया कवरेज में ‘स्पष्ट पूर्वाग्रह’ पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की।
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया (Editors Guild of India ) ने सभी पत्रकारों और मीडिया घरानों से आह्वान किया है
यमुना का जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों में हालात बिगड़ गए हैं। इसी बीच लगभग सभी मीडिया चैनल्स इस बाढ़ की कवरेज में लगे हुए हैं।
हाल ही में आए तूफान ‘बिपरजॉय’ की कवरेज कमोबेश हर चैनल ने अलग-अलग अंदाज में की। कुछ प्रयोग परंपरागत थे और एकाध प्रयोग ऊटपटांग भी था।
लाइव कवरेज के दौरान कई बार कुछ इस तरह का घटित हो जाता है, जिससे काफी असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है।