'अमर उजाला' के कंसल्टिंग एडिटर विनोद अग्निहोत्री ने कहा कि जितने भी आविष्कार हुए हैं, हर आविष्कार में पुरानी चीजें पीछे हुईं और कुछ नया सामने आया है।
राम मंदिर के मामले पर उन्होंने कहा, यह बिल्कुल झूठ बात है कि हमने अपनी पार्टी में किसी को भी अयोध्या जाने से रोका। हमारे कई लोग अयोध्या गए हैं।
अतुल जी अखबार के भीतर संपादकीय स्वातंत्र्य के पक्षधर थे। उन्होंने जो कार्य संस्कृति विकसित की उसने विज्ञापन प्रसार और संपादकीय विभागों में समन्वय तो बनाया पर हर विभाग की अपनी स्वायत्तता भी बरकरार रखी।
सरकार द्वारा संसद का विशेष सत्र बुलाने की खबर ने देश में हलचल मचा दी और विपक्षी इंडिया गठबंधन चौकन्ना हो गया।
उनकी समाधि पर सिर झुकाना बताता है कि हम सब चले एक दिन चले जायेंगे, पर बापू थे, हैं और हमेशा रहेंगे।
समाचार4मीडिया की ओर से एक सितंबर को आयोजित ‘मीडिया संवाद 2023’ में ‘बदलते परिदृश्य में मीडिया: चुनौतियां और संभावनाएं’ विषय पर अमर उजाला के सलाहकार संपादक विनोद अग्निहोत्री ने रखी अपनी बात
आजादी के बाद से अब तक के समस्त वैज्ञानिकों की प्रतिभा नेहरू से लेकर नरेंद्र मोदी तक सभी प्रधानमंत्रियों के नेतृत्व के योगदान को कोटिशः साधुवाद।
हालांकि भाजपा नीत एनडीए बार-बार विपक्षी गठबंधन इंडिया से यह सवाल जरूर पूछेंगे कि नरेंद्र मोदी के मुकाबले उनके पास नेता कौन है।
दरअसल, भाजपा के लिए 2024 में दो-तीन राज्यों में मुश्किलें खड़ी होती दिख रही हैं। महाराष्ट्र, बिहार इनमें से एक है।
क्या एक चुनाव हारने भर से मोदी का जादू कम हो गया? क्या यूपी निकाय चुनाव में जीत मिलने से अब योगी पीएम मोदी से अधिक लोकप्रिय हो जाएंगे?