उस समय कांग्रेस के दंगाई नेताओं से बचने के लिए सिखों ने अपने केश कटवा दिए थे, पगड़ी पहनननी बंद कर दी थी और कड़ा उतार दिया था।
अभी अमेरिका में भी हिन्दी बोलने वालों के प्रति घृणा फैलाने का प्रयास कर रहे हैं, फिर भी हिन्दी भाषी बुद्धिजीवी और आम जनता राहुल गांधी को कैसे स्वीकार लेते हैं।