गाड़ी निकालने से पहले क्या आप ये शर्त लगा सकते हैं कि जब तक ट्रैफिक व्यवस्थित नहीं होगा, मैं गाड़ी नहीं चलाऊंगा।
दरअसल, पत्रकार गीता पांडेय ने अतीक अहमद की तुलना ‘रॉबिनहुड’ से कर दी है। उन्होंने लिखा कि अतीक अहमद गरीबों की मदद करता था।
अगर ड्रग एडिक्ट, सीरियल किलर,अंडरवर्ल्ड डॉन समाज का हिस्सा हैं तो असहमति पर गाली देने वाले लोग भी उसी समाज का हिस्सा हैं
आप बेशक उनकी पत्रकारिता के हिस्से को नापसंद कीजिए, उसकी आलोचना कीजिए, मगर ये कहना कि उन्होंने और कुछ भी नहीं किया, उनके साथ ज्यादती है