BARC के चेयरमैन शशि सिन्हा का यह कहना है कि हम ‘मार्केट रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया’ द्वारा प्रस्तावित 'इंडियन सोशियो इकोनॉमिक क्लासिफिकेशन' (ISEC) का मूल्यांकन कर रहे हैं, सोचने पर विवश करता है।
स्टेकहोल्डर्स की चिंताओं को समझते हुए 'इंडियन ब्रॉडकास्टिंग एंड डिजिटल फाउंडेशन' (IBDF) ने नई कार्यप्रणाली और उसके प्रभाव को समझने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है
भले ही सभी स्टेकहोल्डर्स BARC के प्रपोजल पर सहमत हों, फिर भी काउंसिल को इस संबंध में एक स्टडी करने और फिर एक नया पैनल बनाने में समय लगेगा।