ऑनलाइन न्यूजपोर्टल 'न्यूजक्लिक' पर मंगलवार को हुई दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की कार्रवाई के विरोध में कई मीडिया संगठन एकजुट हो गए हैं।
‘न्यूजक्लिक’ पर सरकारी एजेंसियों की कार्रवाई और उसके पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार के विरोध में देश के तमाम पत्रकार संघों ने सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई चंद्रचूड़ को चिठ्ठी लिखी है।
करीब 18 पत्रकार संगठनों ने देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखकर पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।
चार दिन हो गए। तबसे चुप्पी बरकरार है। टीवी पत्रकारिता के किसी घराने, संपादक, पत्रकार, एंकर और टीवी पत्रकारिता के संगठनों ने मुंह नहीं खोला।
भारत के चीफ जस्टिस एनवी रमना ने मंगलवार 26 जुलाई को पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी की लिखी किताब 'गीता विज्ञान उपनिषद' का विमोचन किया।
रांची में आयोजित एक कार्यक्रम में चीफ जस्टिस ने कहा, प्रिंट मीडिया में अभी भी कुछ हद तक जवाबदेही है, जबकि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की कोई जवाबदेही नहीं है।
भारत के प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना ने बुधवार को एक कार्यक्रम में आज के दौर की पत्रकारिता पर चिंता प्रकट की है। इस चिंता का स्वागत किया जाना चाहिए।
भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) एनवी रमना ने बुधवार को कहा कि एक स्वस्थ लोकतंत्र सिर्फ निडर और स्वतंत्र प्रेस के साथ ही फल-फूल सकता है।
केरल के पत्रकार सिद्दीकी कप्पन की पत्नी, रेहांथ कप्पन ने भारत के नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश (CJI) एन.वी. रमना को पत्र लिखकर अपने पति की अस्पताल से रिहाई की मांग की है