कंधार हाईजैक पर बनी वेबसीरीज पर विवाद के बाद डिसक्लैमर लगा दिया गया है लेकिन ISI की भूमिका को जिस तरह से कमतर दिखाया गया है वो गल्प नहीं झूठ का पुलिंदा है।
आज हालत ये है कि हिंदी में कोई सार्वजनिक बुद्धीजीवी बचा ही नहीं। अशोक वाजपेयी गाहे बगाहे पब्लिक इंटलैक्टुअल की पोजिशनिंग करने का प्रयत्न करते हैं।
विश्व पुस्तक मेला के दौरान राजकमल प्रकाशन के मंच से संजीव ने ये घोषणा की थी कि उनकी सभी किताबें अब राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित होंगी। अवसर था उनके कहानी संग्रह प्रार्थना के लोकार्पण का।
वरिष्ठ पत्रकार, लेखक और दैनिक जागरण के एसोसिएट एडिटर अनंत विजय की नई किताब ‘ओटीटी’ का लोकार्पण नौ फरवरी को दिल्ली स्थित ‘इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र’ के समवेत सभागार में हुआ।
कहा भी जाता है कि कोई कार्य या कार्यक्रम अपने नाम से अपने जनता के बीच एक संदेश देने का प्रयत्न करता है।
इजरायल पर इतने बड़े आतंकी हमलों के कारणों पर चर्चा करने वाले अधिकतर विशेषज्ञों को महिलाओं के इस भयानक दर्द का अनुमान नहीं है।
इतिहास के पुनर्लेखन का अर्थ ये नहीं है कि इतिहास की घटनाओं को बदल दिया जाएगा। इतिहास लेखन को संतुलित और समग्र किया जाए।
फिल्म 'द वैक्सीन वार' में कथानक के साथ-साथ निर्देशक जिस प्रकार के वातावरण की निर्मिति करता है, वो कथानक को अतिरिक्त गहराई देता है।
देशभर में हिंदी पखवाड़ा मनाया जा रहा है। कई कार्यालयों में हिंदी के प्रयोग को बढ़ाने के लिए शपथ आदि भी दिलवाया जा रहा है।
दिनकर चाहते थे कि उनकी कृतियों की समग्रता में चर्चा हो लेकिन जब सिर्फ उनकी राष्ट्र आधारित कविताओं की चर्चा होती तो वो झुब्ध हो जाते।