वरिष्ठ टीवी पत्रकार व इंडिया टुडे ग्रुप के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई को लेकर मीडिया गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं
वरिष्ठ टीवी पत्रकार व इंडिया टुडे ग्रुप के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई को लेकर मीडिया गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि वह इंडिया टुडे ग्रुप से अलग हो रहे हैं।
दरअसल, इस तरह के कयास तब लगाए जाने लगे, जब उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से मात्र दो शब्दों का एक ट्वीट किया। ट्वीट था ‘THE END’. बस फिर क्या था, उनके ट्वीट करते ही मीडिया गलियारों में इन शब्दों को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। लोग कयास लगाने लगे कि उन्होंने इंडिया टुडे ग्रुप में अपनी पारी को THE END कह दिया है।
THE END. ??
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) December 8, 2022
बात कानों तक आते-आते सुगबुगाहट तेज हो चली थी, लिहाजा जानने की बेचैनी बढ़ गई कि सच में राजदीप सरदेसाई ने इंडिया टुडे ग्रुप से अपनी पारी को विराम दे दिया है। इसी बेचैनी को दूर करने के लिए ‘समाचार4मीडिया’ ने राजदीप सरदेसाई से संपर्क किया, तो पता चला कि ऐसा कुछ भी नहीं है। दरअसल दिल्ली, गुजरात और हिमाचल में चल रहा 'चुनावी पर्व' अब खत्म हो गया है और नतीजे भी सामने आ गए हैं। उनका ये ट्वीट इसी मुद्दे को लेकर था- ‘THE END’
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।पिछले सप्ताह के अंत में मस्क ने घोषणा की थी कि ट्विटर रिप्लाई थ्रेड्स में दिखाई देने वाले विज्ञापनों के लिए क्रिएटर्स के साथ अपने रेवेन्यू को शेयर करेगा।
खरबपति बिजनेसमैन और अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार कंपनी ‘टेस्ला’ (Tesla) के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) एलन मस्क (Elon Musk) माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर (Twitter) की कमान संभालने के बाद तमाम नए कदम उठा रहे हैं और आए दिन कोई न कोई बयान देकर लगातार मीडिया की सुर्खियों में बने हुए हैं।
अब अपने एक बयान में एलन मस्क ने पिछले तीन महीनों को ‘बेहद कठिन’ बताया है। अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट में मस्क ने कहा है, ‘टेस्ला और स्पेसएक्स को संभालते हुए ट्विटर को दिवालिया होने से बचाना मुश्किल था।’ मस्क ने यह कहते हुए जनता से समर्थन भी मांगा है कि वह नहीं चाहेंगे कि किसी को भी इस तरह के दर्द का सामना करना पड़े।
Thank you for supporting Twitter ♥️♥️
— Elon Musk (@elonmusk) February 5, 2023
पिछले सप्ताह के अंत में मस्क ने घोषणा की थी कि ट्विटर रिप्लाई थ्रेड्स में दिखाई देने वाले विज्ञापनों के लिए क्रिएटर्स के साथ अपने रेवेन्यू को शेयर करेगा। इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया था कि यह सुविधा सिर्फ ट्विटर के ब्लू टिक सबस्क्राइबर्स को मिलेगी। हालांकि, मस्क ने यह स्पष्ट नहीं किया कि यूजर्स के साथ कितना हिस्सा शेयर किया जाएगा।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अपने ट्वीट में लिखा, अडानी महामेगा घोटाले पर प्रधानमंत्री की चुप्पी ने हमें 'हम अडानी के हैं कौन' श्रृंखला शुरू करने के लिए मजबूर कर दिया है।
अडानी समूह पर शेयरों की हेराफेरी के आरोप के बीच अब कांग्रेस पार्टी सरकार पर हमलावर हो गई है। दरअसल, भारत के जाने-माने उद्योगपति गौतम अडानी पिछले कुछ समय से कांग्रेस के निशाने पर हैं। आपको बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अक्सर उनको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते रहते हैं।
कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार की मेहरबानी से ही अडानी की संपत्ति में बढोतरी हुई थी. अब कांग्रेस ने इस मामले में हर रोज तीन सवालों की एक सीरीज शुरू की है. इसे नाम दिया है- 'हम अडानी के हैं कौन?' कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है।
जयराम रमेश ने अपने ट्वीट में लिखा, अडानी महामेगा घोटाले पर प्रधानमंत्री की चुप्पी ने हमें 'हम अडानी के हैं कौन' श्रृंखला शुरू करने के लिए मजबूर कर दिया है। हम आज से रोजाना 3 सवाल पीएम से करेंगे। इस पूरे मामले पर 'भारत एक्सप्रेस' के एडिटर-इन-चीफ और वरिष्ठ पत्रकार उपेंद्र राय ने ट्वीट कर कांग्रेस को नसीहत दी है।
अडानी समूह पर लगे गंभीर आरोपों के बीच मोदी सरकार ने चुप्पी साध रखी है जिससे किसी सांठ-गांठ का साफ़ इशारा मिल रहा है। प्रधानमंत्री ये कहकर बच नहीं सकते कि ‘हम अडानी के हैं कौन’
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) February 5, 2023
आज से इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी PM से प्रतिदिन तीन प्रश्न पूछेगी।
ये हैं आज के तीन प्रश्न ? pic.twitter.com/8y0rASetoK
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, जो प्रधानमंत्री की अडानी के साथ नाम जोड़कर छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं वो याद रखें कि वह एक फकीर हैं। उनका कोई परिवार नहीं है, कोई राजवंश नहीं है, कोई उत्तराधिकारी नहीं है। वो सिर्फ देश हित के लिए सोचते हैं। विपक्ष को इसे गंदा करने के बजाय बहस की तलाश करनी चाहिए।
वरिष्ठ पत्रकार उपेंद्र राय के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं।
Those trying to tarnish the image of Prime Minister @narendramodi by connecting him with @gautam_adani must remember that he is a fakir. He has no family, no dynasty, no successors. His lodestar is national interest. The Opposition must seek a debate rather than making it dirty. pic.twitter.com/HUJA5KT2PZ
— Upendrra Rai (@UpendrraRai) February 6, 2023
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रेल मंत्री ने वंदे मेट्रो की अवधारणा के बारे में बताते हुए कहा कि इन ट्रेनों को दो शहरों के बीच हाई फ्रीक्वेंसी के साथ चलाया जाएगा, जो प्रत्येक करीब 100 किमी से कम हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने एक प्रेस वार्ता में बताया कि अब 'वंदे भारत' ट्रैन की तर्ज पर 'वंदे मेट्रो' ट्रेन लाने की योजना है जो कि छोटे शहरों के बीच चलाई जानी है।
रेल मंत्री ने वंदे मेट्रो की अवधारणा के बारे में बताते हुए कहा कि इन ट्रेनों को दो शहरों के बीच हाई फ्रीक्वेंसी के साथ चलाया जाएगा, जो प्रत्येक करीब 100 किमी से कम हैं। उन्होंने कहा, 'माननीय प्रधानमंत्री ने इस वर्ष लक्ष्य दिया है। वंदे भारत ट्रेन की सफलता के बाद, पीएम मोदी ने एक नई विश्व स्तरीय क्षेत्रीय ट्रेन विकसित करने के लिए कहा, जो वंदे मेट्रो होगी।'
रेल मंत्री ने कहा कि यह ट्रेन भारतीय रेल के लिए क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला साबित होगा। वंदे मेट्रो ट्रेन 1950 और 1960 में डिजाइन किए गए कई ट्रेनों को रिप्लेस करेगा। वहीं अगर सुविधाओं की बात करें तो ऐसा माना जा रहा है कि जो सुविधाएं 'वंदे भारत' ट्रैन में इस समय दी जा रही है वहीं सुविधाएं भी इस ट्रैन में दी जाएगी।
रेल मंत्री के इस ऐलान के बाद वरिष्ठ पत्रकार 'संकेत उपाध्याय' ने ट्वीट कर रेल मंत्री से एक गुजारिश की है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, 'ट्रेन मुझे बहुत पसंद है। नई घोषणा अच्छी लगती है। वंदे भारत के बाद अब वंदे मेट्रो। पर यह ट्रेनें महंगी होंगी। हर वंदे भारत और शताब्दी राजधानी के साथ-उस हर लेट लतीफ़ फ़रक्का एक्सप्रेस या पैसेंजर रेल की सुविधाओं के बारे में भी सोचिए। ट्रेन गरीब ज़्यादा इस्तेमाल करते हैं।'
वरिष्ठ पत्रकार संकेत उपाध्याय द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं।
ट्रेन मुझे बहुत पसंद है। नई घोषणा अच्छी लगती है। वन्दे भारत के बाद अब वन्दे मेट्रो। पर यह ट्रेनें महँगी होंगी। हर वन्दे भारत और शताब्दी राजधानी के साथ - उस हर लेट लतीफ़ फ़रक्का एक्सप्रेस या पैसेंजर रेल की सुविधाओं के बारे में भी सोचिए। ट्रेन गरीब ज़्यादा इस्तेमाल करते है। https://t.co/NFvUHZ9uff
— Sanket Upadhyay (@sanket) February 4, 2023
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अपनी जीवनी ‘इन द लाइन ऑफ फायर- अ मेमॉयर' में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने लिखा कि उन्होंने कारगिल पर कब्जा करने की कसम खाई थी।
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का निधन हो गया है। मुशर्रफ लंबे समय से बीमार चल रहे थे और दुबई के अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा था। उन्होंने 79 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। वो पाकिस्तान की सेना के प्रमुख भी रहे और बाद में पाकिस्तान के राष्ट्रपति भी रहे। साल 1998 में परवेज मुशर्रफ जनरल बने।
उन्होंने भारत के खिलाफ कारगिल जैसे युद्ध की साजिश रची। लेकिन भारत के बहादुर सैनिकों ने उनकी हर चाल पर पानी फेर दिया। अपनी जीवनी ‘इन द लाइन ऑफ फायर - अ मेमॉयर' में जनरल मुशर्रफ ने लिखा कि उन्होंने कारगिल पर कब्जा करने की कसम खाई थी।
1998 में रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने परवेज मुशर्रफ को सेना प्रमुख बनाया था। लेकिन एक साल बाद ही 1999 में जनरल मुशर्रफ ने नवाज शरीफ का तख्तापलट कर दिया और पाकिस्तान के तानाशाह बन गए। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ के निधन पर डीडी न्यूज़ के वरिष्ठ पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने भी ट्वीट कर अपनी राय प्रकट की है।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि भारत के अभिन्न अंग कश्मीर को हथियाने के लिए कितने गाज़ी आए और चले गए ! कितने अफ़ज़ल घर से निकले और मुर्दाघर पहुंच गए। हमारी संस्कृति हमारे संस्कार नहीं हैं कि हम किसी की मौत पर हंसे, पर कारगिल के बलिदानियों को कैसे भूल जाएं।
पत्रकार अशोक श्रीवास्तव द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं।
भारत के अभिन्न अंग #Kashmir को हथियाने के लिए कितने गाज़ी आए और चले गए...
— Ashok Shrivastav (@AshokShrivasta6) February 5, 2023
कितने अफ़ज़ल घर से निकले और मुर्दाघर पहुंच गए।
हमारी संस्कृति हमारे संस्कार नहीं हैं कि हम किसी की मौत पर हंसे, पर कारगिल के बलिदानियों को कैसे भूल जाएं।#PervezMusharraf
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रविवार को मुंबई में संत रोहिदास जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में मोहन भागवत ने यह विचार प्रकट किए हैं। उन्होंने कहा, 'देश में हिन्दू समाज के नष्ट होने का भय दिख रहा है क्या?
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने जाति व्यवस्था को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने, कहा कि जाति भगवान ने नहीं बनाई है, जाति पंडितों ने बनाई जो गलत है। भगवान के लिए हम सभी एक हैं। हमारे समाज को बांटकर पहले देश में आक्रमण हुए, फिर बाहर से आए लोगों ने इसका फायदा उठाया।
रविवार को मुंबई में संत रोहिदास जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में मोहन भागवत ने यह विचार प्रकट किए हैं। उन्होंने आगे कहा, 'देश में हिन्दू समाज के नष्ट होने का भय दिख रहा है क्या? यह बात आपको कोई ब्राह्मण नहीं बता सकता, आपको समझना होगा। हमारी आजीविका का मतलब समाज के प्रति भी जिम्मेदारी होती है। हर काम समाज के लिए है तो कोई ऊंचा, नीचा, या कोई अलग कैसे हो गया?
मोहन भागवत के इस बयान पर वरिष्ठ पत्रकार अभिषेक उपाध्याय ने भी अपनी राय प्रकट की है और मोहन भागवत को क्रांतिकारी पुरुष बताया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, संघ प्रमुख मोहन भागवत अब तक के सबसे क्रांतिकारी और परिवर्तनकारी सरसंघचालक हैं। पहले गोलवलकर जी की 'बंच ऑफ थॉट्स' के विवादित हिस्सों को हटा देना, फिर ये कहना कि मुसलमानो के बिना हिंदुत्व अधूरा है और अब जाति के लिए पंडितों पर प्रहार करना। ये अब तक अकल्पनीय था!
वरिष्ठ पत्रकार अभिषेक उपाध्याय के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं।
संघ प्रमुख मोहन भागवत अब तक के सबसे क्रांतिकारी और परिवर्तनकारी सरसंघचालक हैं। पहले गोलवलकर जी की 'बंच ऑफ थॉट्स' के विवादित हिस्सों को हटा देना, फिर ये कहना कि मुसलमानो के बिना हिंदुत्व अधूरा है और अब जाति के लिए पंडितों पर प्रहार करना। ये अब तक अकल्पनीय था! @rajivtuli69 @RSSorg
— abhishek upadhyay (@upadhyayabhii) February 6, 2023
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इस बजट ने वित्त मंत्री ने ऐसी कई योजनाओं का ऐलान किया, जिससे सीधे तौर पर गरीबों को लाभ मिलने वाला है। वहीं, इनकम टैक्स छूट की सीमा को 7 लाख तक कर मध्यमवर्ग को भी कुछ राहत देने की कोशिश सरकार ने की है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी को केंद्रीय बजट पेश किया है। यह मोदी सरकार 2 .0 का अंतिम पूर्णकालिक बजट है। इस बजट में वित्त मंत्री ने ऐसी कई योजनाओं का ऐलान किया, जिससे सीधे तौर पर गरीबों को लाभ मिलने वाला है वहीं इनकम टैक्स छूट की सीमा को 7 लाख तक कर मध्यमवर्ग को भी कुछ राहत देने की कोशिश सरकार ने की है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बजट को आजादी के अमृतकाल का पहला बजट बताया है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में सुस्ती के बावजूद हमारी मौजूदा ग्रोथ का अनुमान 7 फीसदी के आसपास बरकरार है और चुनौती के इस वक्त में भारत तेजी से विकास की तरफ बढ़ रहा है।
दुनियाभर के लोगों ने भारत के विकास की सराहना की है और ये बजट अगले 25 साल का ब्लू प्रिंट है। सरकार के द्वारा पेश किए गए इस बजट की वरिष्ठ पत्रकार और न्यूज़18इंडिया में सीनियर एंकर अमिश देवगन ने भी सराहना की है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए सरकार के इस बजट की तारीफ की है।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, चुनावी साल होने के बावजूद मोदी सरकार के बजट में रेवडियां नहीं बांटी गई। बजट का फ़ाइन प्रिंट देखें तो ये बजट अगले 4-5 साल तक के लिए आर्थिक विकास के साथ देश की तरक़्क़ी का एजेंडा दिखाता है। इससे ये साफ़ है कि पीएम मोदी को जनता के लिए किए गए काम पर 2024 के लिए काफ़ी भरोसा है।
अमिश देवगन के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं।
चुनावी साल होने के बावजूद मोदी सरकार के #Budget2023 में रेबडियां नहीं बांटी गई बजट का फ़ाइन प्रिंट देखें तो ये बजट अगले 4-5 साल तक के लिए आर्थिक विकास के साथ देश की तरक़्क़ी का एजेंडा दिखाता है। इससे ये साफ़ है कि पीएम मोदी को जनता के लिए किए गए काम पर 2024 के लिए काफ़ी भरोसा है।
— Amish Devgan (@AMISHDEVGAN) February 4, 2023
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अडानी समूह में भारतीय जीवन बीमा निगम के निवेश पर भी सवाल उठ रहे हैं। अफवाह फैल रही है कि एलआईसी अडानी के कारण डूब सकता है।
अडानी ग्रुप को लेकर इस समय देश में एक नई बहस छिड़ी हुई है। सड़क से लेकर संसद तक हंगामा जारी है। दरअसल, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से अडानी के शेयर्स में भारी गिरावट हो रही है। इस बीच, विपक्ष ने भी अडानी समूह पर जांच की मांग शुरू कर दी है।
दूसरी ओर अडानी ग्रुप में भी अपना पक्ष रखा है और यह स्पष्ट किया है कि उनके शेयर की कीमतों से कोई भी छेड़छाड़ नहीं की गई है। इन सबके बीच, गौतम अडानी दुनिया के 10 अमीरों की सूची से बाहर हो गए हैं। अडानी समूह में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के निवेश पर भी सवाल उठ रहे हैं।
अफवाह फैल रही है कि एलआईसी अडानी के कारण डूब सकता है। वहीं, एलआईसी ने बताया कि अडानी समूह के बॉन्ड और इक्विटी में उसके 36,474.78 करोड़ रुपये लगे हैं और यह राशि बीमा कंपनी के कुल निवेश का एक फीसदी से भी कम है। एलआईसी की प्रबंधन के अधीन कुल परिसंपत्ति सितंबर 2022 तक 41.66 लाख करोड़ रुपये से अधिक थी।
इस हिसाब से देखें तो निवेशकों का धन पूरी तरह से सुरक्षित नजर आ रहा है। इस पूरे मसले पर वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी ने ट्वीट कर किसी साजिश की आशंका व्यक्त की है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, भारतीय बैंकों से अदानी ने न्यूनतम कर्ज ले रखा है। एसबीआई सहित सभी बैंकों ने स्थिति स्पष्ट की है, लेकिन असल बात यही है कि गौतम अडानी को निशाने पर लेकर लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय अर्थव्यवस्था को कमजोर दिखाने का अफवाह तंत्र मजबूत करना है। भले ही इसमें छोटे निवेशक बर्बाद हो जाएँ।
भारतीय बैंकों से #Adani ने न्यूनतम कर्ज ले रखा है। #SBI सहित सभी बैंकों ने स्थिति स्पष्ट की है, लेकिन असल बात यही है कि, @gautam_adani को निशाने पर लेकर लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय अर्थव्यवस्था को कमजोर दिखाने का अफवाह तंत्र मजबूत करना है। भले ही इसमें छोटे निवेशक बर्बाद हो जाएँ
— हर्ष वर्धन त्रिपाठी ??Harsh Vardhan Tripathi (@MediaHarshVT) February 3, 2023
बता दें कि भारतीय स्टेट बैंक ने जानकारी देते हुए रिजर्व बैंक को बताया है कि अडानी समूह को बैंक की ओर से 23000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है। वहीं पंजाब नेशनल बैंक की ओर से बताया गया है कि अडानी समूह को 7000 करोड़ रुपये का कर्ज प्रदान किया गया है।
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माइक्रोब्लॉगिंग साइट ‘ट्विटर’ (Twitter) में आए दिन नए बदलाव देखने को मिल रहे हैं। अब ‘ट्विटर’ ने घोषणा की है कि वह विज्ञापन से होने वाली कमाई को कंटेंट क्रिएटर्स के साथ शेयर करेगा।
ट्विटर के सीईओ एलन मस्क ने इस बारे में एक ट्वीट भी किया है। अपने ट्वीट में एलन मस्क का कहना है, ‘ट्वीट थ्रेड के बीच में आने वाले विज्ञापन या वीडियो के साथ आने वाले विज्ञापन से होने वाली कमाई अब कंटेंट क्रिएटर के साथ साझा की जाएगी। लेकिन यह सुविधा सिर्फ ट्विटर के ब्लू टिक सबस्क्राइबर्स को मिलेगी।
Starting today, Twitter will share ad revenue with creators for ads that appear in their reply threads
— Elon Musk (@elonmusk) February 3, 2023
हालांकि, मस्क ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि यूजर्स के साथ कितना हिस्सा शेयर किया जाएगा। लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि एलन मस्क के इस प्लान से ट्विटर के ब्लू टिक सबस्क्राइबर्स की संख्या में इजाफा होगा।
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लखनऊ की जेल में बंद केरल के पत्रकार सिद्दीकी कप्पन को 28 महीने बाद जेल से रिहाई मिल गई। वह गुरुवार की सुबह जेल से रिहा हुए। बता दें कि 23 दिसंबर को हाई कोर्ट से सिद्दीकी कप्पन को सशर्त जमानत मिली थी।
दो मामलों में सशर्त जमानत मिलने के एक महीने से अधिक समय बाद लखनऊ की एक विशेष अदालत ने कप्पन की रिहाई के आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। कप्पन को जिन शर्तों पर जमानत मिली है, उसमें कहा गया है कि वह दिल्ली में जंगपुरा पुलिस के अधिकार क्षेत्र में रहेंगे और निचली अदालत की स्पष्ट अनुमति के बिना दिल्ली के अधिकार क्षेत्र को नहीं छोड़ेंगे।
कप्पन प्रत्येक सोमवार को स्थानीय पुलिस थाने में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे और यह शर्त अगले छह सप्ताह के लिए लागू होगी। इसी बीच पत्रकार सिद्दीकी कप्पन ने ट्वीट कर अपनी ख़ुशी जाहिर की है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, जिन लोगों ने मुझे मुश्किल समय में आवाज दी, मेरे और मेरे परिवार के साथ खड़े रहने वाले सभी लोगों का दिल की गहराइयों से धन्यवाद। आज दो साल बाद आप लोगों के प्यार और समर्थन के कारण मैंने खुली हवा में सांस ली है। आप सबको एक बार फिर धन्यवाद।
आपको बता दें, सिद्दीकी कप्पन को अक्टूबर 2020 में गिरफ्तार किया गया था, जब वह उत्तर प्रदेश के हाथरस जा रहे थे, जहां कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार के बाद 20 वर्षीय एक दलित लड़की की मौत हो गई थी। यूपी सरकार ने गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत केरल के पत्रकार के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
I'm back ✌
— Siddique Kappan (@SiddiqueKappan) February 3, 2023
The people who voiced me in difficult times
Thank you from the bottom of my heart to all those who stood by me and my family.
Today, after two years, I have breathed in the open air thanks to the love and support of your people.
Thank you all once again❤ pic.twitter.com/wxuvw7ibur
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दरअसल, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड जैसे कुछ राज्यों ने पुरानी पेंशन योजना को लागू कर दिया है और बाकी राज्य इसके लिए योजना बना रहे हैं।
पुरानी पेंशन योजना को लेकर देश में एक बार नई बहस छिड़ गई है। दरअसल, हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भी कुछ कांग्रेस शासित राज्यों द्वारा पुरानी पेंशन योजना को लागू करने पर चेतावनी दी थी। अपनी ताजा रिपोर्ट में भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि वर्तमान के खर्चों को भविष्य के लिए स्थगित करके राज्य आने वाले वर्षों में अनफंडेड पेंशन देनदारियों का जोखिम उठा रहे हैं।
दरअसल, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड जैसे कुछ राज्यों ने पुरानी पेंशन योजना को लागू कर दिया है और बाकी राज्य इसके लिए योजना बना रहे हैं। इसी मुद्दे पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि मनमोहन सिंह एक महान अर्थशास्त्री हैं और उन्होंने 2006 में कहा था कि पुरानी पेंशन योजना भारत को पिछड़ा बना देगी, क्योंकि इस योजना का दृष्टिकोण अदूरदर्शी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे WhatsApp पर एक मैसेज मिला, जिसमें केंद्र सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि अगर पुरानी पेंशन योजना (OPS) लागू होती है तो देश 2030 तक दिवालिया हो जाएगा। उनके इस बयान पर वरिष्ठ पत्रकार और टीवी 9 उत्तरप्रदेश/ उत्तराखंड के सलाहकार संपादक अमिताभ अग्निहोत्री ने ट्वीट कर चुटकी ली है।
उन्होंने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा, ' हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कल कहा कि WhatsApp पर एक अधिकारी का मैसेज आया जिसमें बताया गया कि अगर पुरानी पेंशन योजना को लागू किया तो 2030 तक देश दिवालिया हो जाएगा ! क्या सच में हमारा देश इतना कमजोर है?
वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ अग्निहोत्री के द्वारा किए गए ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कल कहा कि Whatsapp पर एक अधिकारी का मैसेज आया जिसमें बताया गया कि अगर #OPS लागू किया तो 2030 तक देश दिवालिया हो जाएगा---- क्या सच में हमारा देश इतना कमजोर है ???
— Amitabh Agnihotri (@Aamitabh2) February 3, 2023
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