YouTube ने अब ऐसे वीडियो नहीं हटाने का फैसला किया है जो नियमों का कुछ हद तक उल्लंघन करते हैं। इस नीति बदलाव को आप कैसे देखते हैं?

यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और डिजिटल जिम्मेदारी के बीच जरूरी संतुलन बनाने की दिशा में एक सकारात्मक पहल है। 63.64%
इससे भ्रामक या आपत्तिजनक कंटेंट को बढ़ावा मिल सकता है, जो समाज में गलतफहमियां फैला सकता है। 27.27%
नियमों का कोई भी उल्लंघन बर्दाश्त नहीं होना चाहिए, चाहे उद्देश्य भले ही जनजागरूकता बढ़ाना क्यों न हो। 0%
इससे शिक्षाप्रद और सूचनात्मक कंटेंट को बिना रोके मंच मिल सकता है, बशर्ते वह जानबूझकर गलत जानकारी न फैला रहा हो। 9.09%

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डिजिटल क्रिएटर्स के बीच कॉपीराइट विवाद के बढ़ते मामलों को लेकर क्या है आपका मानना?

कॉपीराइट का हर हाल में पालन होना चाहिए, क्योंकि इससे ओरिजिनल कंटेंट की सुरक्षा होती है। 55.56%
एक संतुलित प्रणाली जरूरी है जो अधिकारों के साथ क्रिएटर्स की स्वतंत्रता का भी सम्मान करे। 18.52%
डिजिटल क्रिएटर्स को पूरी तरह से ऑरिजनल कंटेंट ही अपने यूजर्स को देना चाहिए। 0%
कॉपीराइट के नियमों को सरल बनाना चाहिए, ताकि इस तरह के विवाद कम हो सकें। 25.93%

भारत-पाक तनाव के बीच देश की मीडिया कवरेज को लेकर क्या है आपका मानना?

भारतीय मीडिया जिम्मेदारी से कवरेज कर रहा है और तथ्यों को सटीक रूप से प्रस्तुत कर रहा है। 13.64%
कई मीडिया संस्थान बेवजह सनसनीखेज कवरेज कर रहे हैं, जिससे तनाव और भ्रम बढ़ रहा है। 59.09%
मीडिया अपना काम ईमानदारी से करे तो सरकार को बार-बार एडवाइजरी जारी करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। 9.09%
संवेदनशील मामलों की मीडिया कवरेज में जिम्मेदारी और तथ्यपरकता सुनिश्चित करने की जरूरत है। 18.18%

सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के लिए सख्ती की तैयारी में है सरकार, इस पर क्या है आपका मत?

सही कदम– यह नियम अश्लील और अनुचित कंटेंट पर रोक लगाने में मदद करेगा। 66.32%
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला–इससे कंटेंट क्रिएटर्स की स्वतंत्रता बाधित होगी। 8.42%
नियम जरूरी हैं, लेकिन सीमित होने चाहिए–संतुलन बनाए रखना जरूरी है। 17.89%
इससे कुछ फर्क नहीं पड़ेगा– इन्फ्लुएंसर्स कोई न कोई तरीका निकाल ही लेंगे। 7.37%

नए साल पर मीडिया इंडस्ट्री की ग्रोथ को लेकर क्या है आपका मानना?

पिछले कुछ वर्षों में मीडिया में आई मंदी की मार अब दूर होगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। 20%
मीडिया इस साल भी अपने वर्तमान स्वरूप में ही रहेगा, कोई बहुत बड़ा बदलाव नहीं होने वाला है। 31.43%
अपनी विश्वसनीयता में आई कमी को मीडिया को दूर करना होगा, तभी ग्रोथ संभव है 48.57%

मीडिया पर आए दिन पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग के आरोप लगते रहते हैं। इस बारे में क्या है आपका मानना?

क्या मीडिया में विज्ञापनदाताओं का प्रभाव किसी तरह से इसकी निष्पक्षता को प्रभावित करता है? 12.77%
क्या आप मानते हैं कि मीडिया महत्वपूर्ण मुद्दों की जगह सनसनीखेज खबरों को ज्यादा महत्व देता है? 14.89%
क्या आपको लगता है कि मीडिया को अपनी रिपोर्टिंग के लिए अधिक पारदर्शिता अपनानी चाहिए? 14.89%
क्या आपको लगता है कि भारतीय मीडिया का एक बड़ा हिस्सा राजनीतिक दबाव में काम कर रहा है? 57.45%

तेजी से बदलते दौर में वर्तमान मीडिया परिदृश्य को लेकर क्या है आपका मानना?

क्या आप मानते हैं कि वर्तमान मीडिया स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से अपना काम कर रही है? 19.12%
क्या आपको लगता है कि मीडिया खबरों को सनसनीखेज बनाकर प्रस्तुत कर रही है? 50%
क्या आपको लगता है कि फेक न्यूज के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं? 11.76%
आपकी नजर में डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर रेगुलेशन की आवश्यकता है या नहीं? 19.12%

केंद्र सरकार के ब्रॉडकास्टिंग बिल 2024 के मसौदे व इस पर चल रही रार को लेकर क्या है आपका मानना

नया ब्रॉडकास्टिंग बिल लाने के पीछे सरकार का तर्क उचित है कि वह ब्रॉडकास्टर्स के लिए रेगुलेटरी फ्रेमवर्क बनाना चाहती है। 34.38%
विरोध करने वालों का कहना सही है कि सरकार इस बिल के जरिये एक तरीके से उन पर सेंसरशिप लागू करना चाह रही है। 43.75%
सरकार को पहले से ही व्यापक रूप से विचार विमर्श के बाद इस बिल के मसौदे को लाना चाहिए था, जिससे हंगामा नहीं होता। 21.88%

टीवी चैनल्स के लिए एक अथवा अधिक रेटिंग एजेंसियों की जरूरत को लेकर क्या है आपका मानना?

एक ही रेटिंग एजेंसी पर्याप्त है और उसी को अधिक मजबूत व ज्यादा पारदर्शी बनाया जा सकता है 40.63%
देश में टीवी चैनल्स के लिए मल्टी-रेटिंग सिस्टम प्रतिस्पर्धा के बीच उत्कृष्टता को बढ़ावा देगा 54.69%
कुछ कह नहीं सकते, इस बारे में टीवी ब्रॉडकास्टर्स को आपस में मिलकर फैसला लेना चाहिए 4.69%

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और डिज्नी के बीच हुए करार को लेकर क्या है आपका मानना?

इस करार के तहत जॉइंट वेंचर बनने से देश की एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में एक नए युग की शुरुआत होगी 60.53%
दो बड़ी कंपनियां जब आपस में हाथ मिलाती हैं तो लोगों को निश्चित रूप से फायदा होता है 18.42%
जॉइंट वेंचर की पहल तो अच्छी है लेकिन इस बारे में फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता है 21.05%

डीपफेक मामले में सरकार जल्द ही कड़े नियम जारी करने जा रही है, इस बारे में क्या है आपका मानना?

डीपफेक को रोकने की दिशा में सरकार को काफी पहले ही कदम उठा लेने चाहिए थे 27.27%
इस बारे में नियम तो जारी हो जाएंगे, पर कड़ाई से पालन कराना चुनौती होगी 18.18%
कड़े नियम जारी करने के साथ ही सरकार को लोगों में जागरूकता बढ़ानी होगी 27.27%
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दौर में डीपफेक पर पूरी तरह लगाम लगाना मुश्किल है 27.27%