गिरफ्तारी के बाद क्राइम ब्रांच ने केतन तिरोडकर को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें तीन दिनों के लिए पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक वीडियो पोस्ट करने के आरोप में मुंबई की क्राइम ब्रांच ने पूर्व पत्रकार केतन तिरोडकर को गिरफ्तार किया है।
केतन तिरोडकर पर सोशल मीडिया के माध्यम से फडणवीस को धमकाने और उनकी छवि खराब करने का आरोप है। गिरफ्तारी के बाद क्राइम ब्रांच ने केतन तिरोडकर को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें तीन दिनों के लिए पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स में क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि इस वीडियो में केतन तिरोडकर ने देवेंद्र फडणवीस पर ड्रग्स माफिया की मदद करने और उनके खिलाफ (ड्रग माफिया के) कड़ी कार्रवाई शुरू नहीं करने का आरोप लगाया था।
बता दें कि इससे पहले पुलिस ने केतन तिरोडकर को मई के पहले हफ्ते में हिरासत में लिया था।
ओडिशा विधानसभा में प्रेस गैलरी में पत्रकारों के मोबाइल फोन ले जाने पर रोक लगा दी गई है, जिससे राज्य में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है।
ओडिशा विधानसभा में प्रेस गैलरी में पत्रकारों के मोबाइल फोन ले जाने पर रोक लगा दी गई है, जिससे राज्य में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। इस फैसले के विरोध में विपक्षी दलों ने बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया। हालांकि, इस रोक को लेकर कोई आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं हुई है, लेकिन विधानसभा के प्रवेश द्वार पर सुरक्षाकर्मियों ने पत्रकारों को मोबाइल फोन अंदर ले जाने से रोक दिया।
पत्रकारों ने इस फैसले को प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला करार देते हुए विरोध जताया और विधानसभा परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरना दिया। उनका कहना है कि बिना मोबाइल फोन के वे अपने पेशेवर कर्तव्यों का पालन नहीं कर सकते और यह प्रतिबंध अविलंब हटाया जाना चाहिए।
सूत्रों के मुताबिक, यह प्रतिबंध विधानसभा में विधायकों के बीच हुई हाथापाई की तस्वीरें और वीडियो मीडिया में प्रसारित होने के बाद लगाया गया। हालांकि, पत्रकारों का कहना है कि वे प्रश्नकाल के दौरान कार्यवाही की तस्वीरें और वीडियो लेने का पूरा अधिकार रखते हैं।
बीजद विधायक और पूर्व मंत्री अरुण कुमार साहू ने मीडिया पर प्रतिबंध की निंदा करते हुए विधानसभा अध्यक्ष से प्रेस की स्वतंत्रता में हस्तक्षेप न करने की अपील की। उन्होंने कहा कि पहले विपक्षी विधायक को निलंबित किया गया और अब पत्रकारों पर पाबंदी लगाई जा रही है, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए उचित नहीं है।
कांग्रेस के निलंबित विधायक ताराप्रसाद बहिनीपति ने भी इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी पार्टी पत्रकारों के विरोध का समर्थन करती है। पूर्व कांग्रेस विधायक सुरा राउत्रे ने भी इस प्रतिबंध को लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताया।
मामले के बढ़ते तनाव को देखते हुए सरकार के मुख्य सचेतक सरोज प्रधान ने आंदोलन कर रहे पत्रकारों से मुलाकात की और उनकी मांगों पर चर्चा की। हालांकि, इस बातचीत से कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया।
फिलहाल, पत्रकारों पर मोबाइल फोन प्रतिबंध का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है और देखना होगा कि सरकार और विधानसभा अध्यक्ष इस पर क्या रुख अपनाते हैं।
हैदराबाद साइबर क्राइम पुलिस ने तेलंगाना सरकार और मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित करने के मामले में दो महिला पत्रकारों को गिरफ्तार किया है।
हैदराबाद साइबर क्राइम पुलिस ने तेलंगाना सरकार और मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित करने के मामले में दो महिला पत्रकारों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस कार्रवाई के दौरान कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी जब्त किए हैं।
मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (@NippuKodi) पर एक वीडियो साझा किया गया था, जिसमें मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए गए थे। इस वीडियो में एक अज्ञात व्यक्ति ने मुख्यमंत्री पर विवादित टिप्पणियां की थीं। कांग्रेस सोशल मीडिया सेल के राज्य सचिव ने इस पर 10 मार्च 2025 को शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि यह वीडियो सीएम की छवि धूमिल करने और समाज में तनाव पैदा करने के इरादे से बनाया गया था।
पुलिस ने इस मामले में डिजिटल न्यूज प्लेटफॉर्म 'पल्स टीवी' की मैनेजिंग डायरेक्टर पोगदादंडा रेवती और रिपोर्टर संध्या उर्फ तन्वी यादव को गिरफ्तार किया है। जांच के दौरान दोनों के पास से दो लैपटॉप (डेल और आसुस), दो सीगेट हार्ड डिस्क, एक माइक्रोफोन लोगो, एक वायरलेस राउटर और सात CPU जब्त किए गए हैं।
पुलिस का कहना है कि रेवती का पहले भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। उन पर 2019 में एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था, जिसमें उन पर एक लाइव शो के दौरान एक दलित व्यक्ति को अपशब्द कहने का आरोप था। इसके अलावा, 2024 में उन पर आईपीसी की धारा 505 और आईटी एक्ट की धारा 66D के तहत एक मामला दर्ज हुआ था, जिसमें उन्होंने तेलंगाना की विद्युत वितरण कंपनी के खिलाफ कथित रूप से भ्रामक जानकारी प्रसारित की थी।
पुलिस के मुताबिक, पत्रकार संध्या ने भी सरकार विरोधी सामग्री सोशल मीडिया पर सक्रिय रूप से पोस्ट की। उनके कई वीडियो वायरल हुए थे, जिनमें सरकार और सीएम को लेकर विवादास्पद बातें कही गई थीं।
इस मामले में पुलिस ने न केवल दोनों पत्रकारों को गिरफ्तार किया है बल्कि 'निप्पु कोडी' (@NippuKodi) ट्विटर हैंडल के संचालक की भी जांच कर रही है। पुलिस इस अकाउंट के पीछे के असली व्यक्ति की पहचान करने की कोशिश कर रही है।
फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और इससे जुड़े अन्य लोगों पर भी कार्रवाई की जा सकती है।
उत्तराखंड हाई कोर्ट ने एक मामले में फैसला सुनाया है कि फेसबुक पोस्ट को लेकर हिरासत में लिए गए एक पत्रकार के खिलाफ पुलिस कोई जबरदस्ती कार्रवाई नहीं कर सकती।
उत्तराखंड हाई कोर्ट ने एक मामले में फैसला सुनाया है कि फेसबुक पोस्ट को लेकर हिरासत में लिए गए एक पत्रकार के खिलाफ पुलिस कोई जबरदस्ती कार्रवाई नहीं कर सकती। दरअसल, यह मामला पत्रकार सुधांशु थपलियाल के हिरासत में लिए जाने से जुड़ा है। उन्होंने अपनी पोस्ट में एक घातक सड़क दुर्घटना मामले में गिरफ्तारी न होने की आलोचना की थी।
हाई कोर्ट ने कहा कि इस मामले में कोई प्रथम दृष्टया अपराध नहीं बनता है। अब इस मामले को 11 जून के लिए सूचीबद्ध किया गया है।
सुधांशु थपलियाल को पुलिस ने 29 जनवरी को उठाया और रातभर हिरासत में रखा। उनका पोस्ट एक 20 वर्षीय महिला के बारे में था, जिसकी मौत एक "तेज रफ्तार" वाहन की चपेट में आने से हुई थी। उनके पोस्ट में लिखा था, "पीड़िता के माता-पिता अपनी बेटी के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं, क्योंकि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। #पैसा, #समझौता"।
पुलिस का कहना था कि यह पोस्ट मानहानिकारक है और इससे सार्वजनिक आक्रोश भड़क सकता है, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में रखा।
अपनी याचिका में, थपलियाल ने अदालत को बताया कि उनका उद्देश्य पुलिस की छवि खराब करना नहीं, बल्कि अन्याय को उजागर करना था। उन्होंने तर्क दिया कि एक पत्रकार के रूप में ऐसे मुद्दों को सामने लाना उनका कर्तव्य है।
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (PCI) और दिल्ली यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स ने उनके हिरासत में लिए जाने की निंदा की। उत्तराखंड जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ने भी थपलियाल का पुरजोर समर्थन किया। पूरे राज्य के पत्रकारों ने डीजीपी दीपम सेठ को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें निष्पक्ष जांच और इस कथित अवैध आधी रात की गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। सेठ ने आश्वासन दिया कि एक सप्ताह के भीतर उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी।
महाराष्ट्र में नवभारत टाइम्स के राजनीतिक संपादक अभिमन्यु शितोले का शुक्रवार को निधन हो गया।
महाराष्ट्र में नवभारत टाइम्स के राजनीतिक संपादक अभिमन्यु शितोले का शुक्रवार को निधन हो गया। वह 54 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार थे। वह पिछले कई दिनों से कैंसर का इलाज करा रहे थे। 7 मार्च को दोपहर 3 बजे माहिम के पीडी हिंदुजा अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं।
शितोले के निधन से पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ गई।
उनके निधन पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित राजनीतिक, सामाजिक और साहित्य जगह की तमाम हस्तियों ने शोक प्रकट किया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने X पर लिखा कि नवभारत टाइम्स के पॉलिटिकल एडिटर अभिमन्यु शितोलेजी के देहांत की खबर बेहद दुखद है। मेरा उनसे बहुत पुराना परिचय था। सटीक पत्रकारिता के लिए वे जाने जाते थे। मैं उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पण करता हूं। इस कठिन समय हम सब उनके परिवारजनों के साथ हैं। उनके दुख में शामिल हैं।
नवभारत टाइम्स के पॉलिटिकल एडिटर अभिमन्यु शितोले जी इनके देहांत की खबर बेहद दुखद है. मेरा उनसे बहुत पुराना परिचय था. सटीक पत्रकारिता के लिए वे जाने जाते थे.
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) March 7, 2025
मैं उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पण करता हूँ.
इस कठिन समय हम सब उनके परिवारजनों के साथ हैं. उनके दुख में शामिल है.
ॐ… pic.twitter.com/aPJcAIuLQH
11 सितंबर, 1970 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में जन्मे अभिमन्यु ने करियर की शुरुआत मध्य प्रदेश में की थी। बाद में वह मुंबई आ गए और यहीं के होकर रह गए। शितोले ने अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत 'दोपहर का सामना' से की, जहां उन्होंने 15 वर्षों से अधिक समय तक विभिन्न बीट्स पर काम किया। इसके बाद वह टीवी9 मराठी से जुड़े और फिर कई वर्षों तक टाइम्स ग्रुप के नवभारत टाइम्स के साथ कार्यरत रहे। एनबीटी के मुंबई संस्करण में राजनीतिक संपादक के रूप में उन्होंने राजनीतिक कवरेज को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पत्रकारिता के अलावा, उन्होंने हिंदी साहित्य और संस्कृति में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। वह मुंबई प्रेस क्लब की समिति के सदस्य के रूप में दो बार चुने गए थे। उनका निधन मराठी और हिंदी पत्रकारिता, दोनों के लिए एक बड़ी क्षति है।
मीडिया की भूमिका विषय पर एक सेमिनार का आयोजन हुआ जिसमें मुख्य अतिथि के रुप मे प्रसार भारती के चेयरमैन पूर्व आईएएस नवनीत सहगल शामिल हुए।
इंस्टीट्युट ऑफ कॉस्ट एंड मैनेजमेंट एकाउंटेट्स ऑफ इंडिया यानि ICMAI के नार्दन इंडिया रीजनल काउंसिल द्वारा 'अडॉप्शन टू चेंजिंग लैंड स्केप- माई विकसित भारत 2047' के नाम से आयोजित दो दिवसीय सिम्पोजियम के अंतिम दिन संस्थान द्वारा राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका विषय पर एक सेमिनार का आयोजन हुआ जिसमें मुख्य अतिथि के रुप मे प्रसार भारती के चेयरमैन पूर्व आईएएस नवनीत सहगल शामिल हुए।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रुप में पहुंचे वरिष्ठ पत्रकार और ज़ी न्यूज रीजनल चैनल्स में आउटपुट एडिटर की जिम्मेदारी संभाल रहे ईश्वर सिंह भाटी का ICMAI की नार्थ इंडिया रीजनल काउंसिल के चेयरमैन संतोष पंत और दूसरे पदाधिकारियों ने शानदार स्वागत किया। इस दौरान राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका विषय पर बोलते हुए वरिष्ठ पत्रकार ईश्वर सिंह भाटी ने कहा कि वर्तमान मे मीडिया की भूमिका और भी अधिक जिम्मेदार हो गयी है।
भले ही आज सोशल मीडिया का दौर हो लेकिन आज भी सोशल मीडिया पर प्रसारित खबरों की विश्वसनीयता को जांचने के लिए लोग न्यूज चैनल और अखबारों पर यकीन करते हैं ऐसे में मेन स्ट्रीम मीडिया की जिम्मेदारी और भी अधिक बढ जाती है। आज के दौर में जब हर व्यक्ति के हाथ में स्मार्ट फोन है और सोशल मीडिया पर सूचनाएं बहुत जल्द वायरल होती हैं लेकिन उसके बावजूद मेन स्ट्रीम मीडिया की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है।
लोकतंत्र का चौथा खंभा होने के नाते मीडिया की जिम्मेदारी है कि वो अपना काम पूरी निष्पक्षता और ईमानदारी के साथ अंजाम दे। कार्यक्रम में प्रसार भारती के चेयरमैन और रिटायर्ड आईएएस नवनीत सहगल ने कहा कि वर्तमान मे मीडिया की जिम्मेदारी बहुत अधिक बढ़ गयी है। सम्मानित मीडिया प्रोफेशनल्स ने आईसीएमएआई को प्रधानमंत्री के विकसित भारत मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए शुभकामनाएं दी।
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव का 22वां संस्करण 7-8 मार्च 2025 को नई दिल्ली के ताज पैलेस में आयोजित होने जा रहा है।
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव का 22वां संस्करण 7-8 मार्च 2025 को नई दिल्ली के ताज पैलेस में आयोजित होने जा रहा है। विचार नेतृत्व और परिवर्तनकारी संवाद के लिए प्रमुख मंच माने जाने वाले इस वर्ष के कॉन्क्लेव का विषय "द एज ऑफ एक्सेलेरेशन" है, जो आधुनिक दुनिया को आकार देने वाली तेजी से बढ़ती तकनीकी प्रगति और सामाजिक बदलावों को दर्शाता है।
यह कॉन्क्लेव राजनीतिक नेतृत्व, उद्योग, संस्कृति और नवाचार से जुड़े प्रमुख वक्ताओं को एक मंच पर लाएगा। इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले उल्लेखनीय हस्तियों में भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान शामिल हैं, जो बदलते भू-राजनीतिक परिदृश्य में भारत की रक्षा रणनीतियों पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा करेंगे। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, जो प्रौद्योगिकी और सुशासन में अपने प्रगतिशील दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं, इस आयोजन में प्रमुख वक्ताओं में से एक होंगे। केंद्रीय संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू नीतिगत सुधारों और अल्पसंख्यक मामलों पर महत्वपूर्ण चर्चा करेंगे। तेलंगाना के मुख्यमंत्री अनुमुला रेवंत रेड्डी राज्य के विकास और नवाचार पर अपने विचार रखेंगे, जबकि सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग सतत विकास पहलों पर प्रकाश डालेंगे।
इस कार्यक्रम में अमेरिका के पूर्व राजदूत एरिक गार्सेटी भी शामिल होंगे, जो भारत-अमेरिका संबंधों पर एक अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण प्रदान करेंगे। कॉन्क्लेव के सांस्कृतिक सत्र में प्रसिद्ध अभिनेता शबाना आजमी, ज्योतिका और शिबानी अख्तर भारतीय सिनेमा के बदलते परिदृश्य पर चर्चा करेंगी। माइक्रोसॉफ्ट इंडिया और दक्षिण एशिया के अध्यक्ष पुनीत चंडोक प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के भविष्य की संभावनाओं पर बात करेंगे, जबकि UNSW.ai, एआई इंस्टीट्यूट, UNSW सिडनी के मुख्य वैज्ञानिक टोबी वॉल्श कृत्रिम बुद्धिमत्ता की नैतिकता और प्रगति से जुड़ी जानकारियां साझा करेंगे। खेल और रणनीति की दुनिया से विश्व शतरंज चैंपियन डी. गुकेश अपने सफर और रणनीतिक सोच के महत्व पर चर्चा करेंगे, जो तेजी से बदलती दुनिया में सफलता की कुंजी बन रही है।
इस वर्ष का विषय "द एज ऑफ एक्सेलेरेशन" आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और डीप-टेक प्रगति द्वारा संचालित तेज गति से हो रहे परिवर्तनों को रेखांकित करता है। चर्चाओं में एआई-प्रेरित अर्थव्यवस्थाओं के नैतिक और आर्थिक प्रभाव, वैश्विक आपसी जुड़ाव और राष्ट्रीय डिजिटल संप्रभुता के बीच संतुलन, और स्वचालन के कारण नौकरियों के बदलते स्वरूप जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर केंद्रित किया जाएगा। डेटा संचालित युग में शासन की भूमिका की भी पड़ताल की जाएगी, विशेष रूप से इस संदर्भ में कि डेटा प्रसार नीति निर्माण और नागरिक भागीदारी को कैसे प्रभावित करता है। इसके अलावा, कॉन्क्लेव वैश्वीकरण के विरोधाभासों पर भी चर्चा करेगा, यह विश्लेषण करते हुए कि बढ़ी हुई कनेक्टिविटी समाजों को एकजुट करने के साथ-साथ उन्हें विभाजित भी कैसे कर सकती है।
विचारोत्तेजक पैनल चर्चाओं और प्रमुख संबोधनों के अलावा, कॉन्क्लेव में इंटरैक्टिव सत्र, लाइव डेमोंस्ट्रेशन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी होंगी। प्रतिभागियों को मक्स रोबोटिक्स के स्पेसियो ह्यूमनॉइड और गार्डियो रोबो डॉग्स जैसी अत्याधुनिक नवाचारों का अनुभव करने का अवसर मिलेगा, जो रोबोटिक्स और एआई एकीकरण के भविष्य की एक झलक प्रदान करेंगे।
इस साल का संस्करण इस परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है, जहां विविध विचारों का संगम हमारी तेजी से विकसित हो रही दुनिया की दिशा तय करने में योगदान देगा।
BRICS CCI WE ने महिलाओं के नेतृत्व में विकास की भावना का जश्न मनाते हुए 5वें संस्करण के वार्षिक महिला सम्मेलन और सम्मान समारोह 2025 का आयोजन किया।
BRICS चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (BRICS CCI) के महिला सशक्तिकरण वर्टिकल BRICS CCI WE ने महिलाओं के नेतृत्व में विकास की भावना का जश्न मनाते हुए 5वें संस्करण के वार्षिक महिला सम्मेलन और सम्मान समारोह 2025 का आयोजन किया। इस वर्ष के सम्मेलन की थीम थी 'वुमेन चेंजमेकर्स: ट्रांसफॉर्मिंग द वर्ल्ड, शेपिंग द फ्यूचर'। इस अवसर पर 'शी फॉर हर' नामक एक स्मारक पुस्तक का अनावरण भी किया गया, जिसमें विभिन्न पृष्ठभूमियों और राष्ट्रीयताओं की अग्रणी महिला परिवर्तनकर्ताओं की उपलब्धियों का जश्न मनाया गया।
सम्मानित की गई वैश्विक महिला आइकॉन में डॉ. किरण बेदी, आईपीएस (सेवानिवृत्त) और पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल; महामहिम बिजुनेश मेसेरेट, डिप्टी एम्बेस्डर, इथियोपिया दूतावास; लेबोगांग ज़ुलु, राष्ट्रीय अध्यक्ष - BRICS महिला व्यवसाय गठबंधन दक्षिण अफ्रीका; दिया मिर्जा, अभिनेता, निर्माता, इको-निवेशक, UNEP सद्भावना राजदूत, चिउ सी एंडरसन, W20 ऑस्ट्रेलिया की प्रतिनिधिमंडल प्रमुख, जियोवाना क्वाड्रोस, लीडर डी जेनरो स्टार्टअप20 - टास्क फोर्स ESG; G20 ब्राजील 2024; प्रेसिडेंट एट इंस्पायरिंग वीमेन, डॉ. सुलोचना सेगेरा, चेयरपर्सन, वुमन इन मैनेजमेंट (WIM), एलेना शिफ्रिना, सीईओ/संस्थापक, बायोफूडलैब, तातियाना सेलिवेर्स्टोवा, अंतर्राष्ट्रीय त्वरक कार्यक्रम "BRICS बिजनेस इनक्यूबेटर" और "SCO बिजनेस इनक्यूबेटर" की निदेशक, क्रिस्टीना ली (ली लिंग), एएनटीए ग्रुप की उपाध्यक्ष और यांग जियाओपिंग, राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय रणनीति संस्थान, चीनी अकादमी ऑफ सोशल साइंसेज (NISS, CASS) में एसोसिएट प्रोफेसर और वरिष्ठ फेलो शामिल थीं।
BRICS CCI WE ट्रेलब्लेज़र्स महिला आइकॉन सम्मानितों में डॉ. उमा शर्मा, चेयरपर्सन, कैलाश ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स, सुषमा रोहतास गोयल, चेयरपर्सन, ओमैक्स फाउंडेशन, दिलफरोज क़ाज़ी, नोबेल शांति पुरस्कार नामांकित और SSM कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (श्रीनगर) की संस्थापक और उपाध्यक्ष, डॉ. वल्ली अरुणाचलम, सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजिस्ट और परोपकारी, कविता रामचंद्रगौड़ा, सह-संस्थापक और पूर्व निदेशक रूटमैटिक, राजेश्वरी कुमारी, भारतीय निशानेबाज और अंशिका वर्मा, आईपीएस (यंग आइकन) शामिल थीं।
मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल दिल्ली की माननीय मुख्यमंत्री, रेखा गुप्ता ने उद्घाटन भाषण देते हुए लैंगिक समानता को बढ़ावा देने में सरकार की पहलों की सराहना की। उन्होंने कहा, "शिक्षा से लेकर वित्तीय समावेशन तक, भारत में एक परिवर्तन देखने को मिल रहा है, जहां महिलाएं राष्ट्र की प्रगति में समान भागीदार बन रही हैं।"
विशेष अतिथि के तौर पर शामिल डॉ. किरण बेदी ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए निरंतर प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "नारी शक्ति एक प्रगतिशील समाज का केंद्र बिंदु है। नीतिगत हस्तक्षेपों को ऐसे ठोस परिणामों में बदलना चाहिए, जो प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त बनाएं।"
सम्मेलन को संबोधित करते हुए, अतिथि विशेष, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, "महिला सशक्तिकरण अब केवल एक लक्ष्य नहीं रहा—यह एक आर्थिक आवश्यकता बन गया है। लक्षित कार्यक्रमों के माध्यम से, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रत्येक महिला को भारत की विकास गाथा में योगदान देने का अवसर मिले।"
समापन भाषण भारत की पूर्व विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री, मीनाक्षी लेखी ने दिया, जिन्होंने महिलाओं के नेतृत्व की अगली पीढ़ी को तैयार करने में मेंटरशिप कार्यक्रमों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "सही मंच प्रदान करके, हम लैंगिक समानता की दिशा में तेजी से कार्य कर सकते हैं।"
अतिथियों का स्वागत करते हुए, BRICS CCI WE की अध्यक्ष, रूबी सिन्हा ने उद्योगों और अर्थव्यवस्थाओं को आकार देने में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया। उन्होंने कहा, "महिलाओं के अधिकारों को अलग करके नहीं देखा जा सकता, वे मानव अधिकारों की आधारशिला हैं। निर्णय लेने की प्रक्रिया में हमें और अधिक महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी।"
दिया मिर्ज़ा ने स्थिरता के महत्व पर जोर देते हुए कहा, "महिलाएं सतत विकास की रीढ़ हैं। नेतृत्व की चर्चाओं में पारिस्थितिक जागरूकता को शामिल करना अनिवार्य है।"
अपने उद्घाटन भाषण में, BRICS CCI के सह-अध्यक्ष और महानिदेशक, डॉ. BBL मधुकर ने महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने की चैंबर की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा, "महिलाएं नेतृत्व को पुनर्परिभाषित कर रही हैं, और यह हमारा कर्तव्य है कि हम उन्हें नीतियों, मेंटरशिप और वित्तीय पहुंच से समर्थन दें।"
BRICS CCI के उपाध्यक्ष, समीप शास्त्री ने कहा, "सरकार की रणनीतिक नीतिगत पहलों ने महिलाओं को नेतृत्व की भूमिकाओं में लाने में मदद की है, जिससे एक समावेशी और सतत विकास मॉडल को बढ़ावा मिला है।"
BRICS CCI के वित्त निदेशक, रुहैल रंजन ने महिलाओं के वित्तीय समावेशन और निर्णय लेने की भूमिकाओं में अधिक महिलाओं की आवश्यकता पर बात की। उन्होंने कहा, "वित्तीय साक्षरता और निवेश के अवसरों के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाना सतत आर्थिक प्रगति की कुंजी है।"
BRICS CCI नेतृत्व टीम के अन्य वरिष्ठ प्रतिनिधि जैसे ए.के. सिंह, उपाध्यक्ष, शबाना नसिम, कार्यकारी निदेशक और अंकिता सचदेवा, संयुक्त निदेशक भी सम्मेलन में उपस्थित थे। विचारशील पैनलों में वैश्विक महिला आइकॉन और विशेषज्ञों ने भाग लिया, जिनमें पूर्व लोकसभा संसद की अतिरिक्त सचिव और BRICS CCI की वरिष्ठ सलाहकार, कल्पना शर्मा, एसरी इंडिया के प्रबंध निदेशक, अगेंद्र कुमार, ज़ीरो टू 3 कलेक्टिव की संस्थापक और सीईओ, अनुराधा चौधरी, BRICS CCI की गवर्निंग बॉडी सदस्य और एमडी इंटेंडम कंसल्टेंसी, शोरमिष्ठा घोष और टीवी प्रस्तुतकर्ता और मल्टीमीडिया पत्रकार आयुष ऐलावाड़ी शामिल थे।
सम्मेलन में वेनेजुएला, इथियोपिया, इंडोनेशिया, रूस, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, चीन, बेलारूस, लेसोथो, ईरान, कजाकिस्तान, इज़राइल और दक्षिण अफ्रीकी उच्चायोग के आधिकारिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
BRICS CCI WE ग्लोबल वुमन लीडरशिप प्रोग्राम के दूसरे संस्करण के दीक्षांत समारोह के साथ इस कार्यक्रम का समापन हुआ, जिसे BRICS CCI WE ने निप्पॉन पेंट इंडिया के सहयोग से आयोजित किया।
सीनियर मीडिया प्रोफेशनल सोहन सिंह ओक का आज सुबह हार्ट अटैक के कारण निधन हो गया। उनके असामयिक निधन से मीडिया जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
सीनियर मीडिया प्रोफेशनल सोहन सिंह ओक का आज सुबह हार्ट अटैक के कारण निधन हो गया। उनके असामयिक निधन से मीडिया जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
उनका अंतिम संस्कार बुधवार यानी आज शाम चार बजे गुरुग्राम के राजीव चौक स्थित मोक्षधाम में करीब शाम चार बजे किया गया।
सोहन सिंह ओक वर्तमान में 'आजतक' में ऐड सेल्स के वाइस प्रेजिडेंट के पद पर कार्यरत थे। इससे पहले उन्होंने नेटवर्क18 में बतौर नेशनल सेल्स हेड - सीएनएन न्यूज18, सीएनबीसी टीवी18, सीएनबीसी आवाज़ और अन्य चैनलों के लिए काम किया।
मीडिया इंडस्ट्री में ओक का करियर दो दशकों से भी अधिक समय तक फैला रहा, जहां उन्होंने रणनीतिक बिक्री, मार्केटिंग, वितरण और बिज़नेस डेवलपमेंट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने ManSim Ventures FZE की स्थापना की और रेड डोर प्रोडक्शंस दुबई में सेल्स के हेड के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं।
इसके अलावा, ओक ने वर्ल्डवाइड मीडिया लिमिटेड, एनडीटीवी, बी4यू, विज्ञापन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, मल्टीचैनल इंडिया लिमिटेड और मैग्ना पब्लिशिंग जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संगठनों में भी उच्च पदों पर कार्य किया।
ONDC में शिरीष जोशी ने एक नए, ओपन नेटवर्क दृष्टिकोण के माध्यम से व्यवसायों को डिजिटल कॉमर्स अपनाने और बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) में नेटवर्क एक्सपेंशन के चीफ बिजनेस ऑफिसर व प्रेजिडेंट शिरीष जोशी ने तीन साल से अधिक समय तक संगठन की सेवा करने के बाद अपनी भूमिका से आगे बढ़ने का निर्णय लिया है। जोशी ने अक्टूबर 2021 में ONDC जॉइन किया था, जहां उन्होंने भारत में डिजिटल कॉमर्स के सबसे महत्वाकांक्षी परिवर्तन परियोजनाओं में से एक का नेतृत्व किया, जिसे वाणिज्य मंत्रालय और DPIIT का समर्थन प्राप्त था।
ONDC में, जोशी ने एक नए, ओपन नेटवर्क दृष्टिकोण के माध्यम से व्यवसायों को डिजिटल कॉमर्स अपनाने और बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में, ONDC ने पूरे भारत में विक्रेताओं के लिए समान अवसर प्रदान करने, डिजिटल एकाधिकार को कम करने और छोटे व्यवसायों, रिटेलर्स और स्टार्टअप्स को ई-कॉमर्स इकोसिस्टम में सफल होने के लिए सशक्त बनाने की दिशा में काम किया।
ONDC से पहले, जोशी ने विभिन्न उद्योगों और भौगोलिक क्षेत्रों में नेतृत्व की भूमिकाएं निभाईं। उन्होंने गोदरेज के स्ट्रेटेजिक मार्केटिंग ग्रुप में सीओओ के रूप में कार्य किया और उससे पहले भारती एयरटेल में स्ट्रेटेजिक प्रोजेक्ट्स (बिजनेस डेवलपमेंट) के डायरेक्टर और सीएमओ के रूप में अपनी सेवाएं दीं। 35 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ, जोशी ने पेप्सिको जैसी बहु-श्रेणी संगठनों में रणनीति और व्यापार परिवर्तन का नेतृत्व किया और प्रॉक्टर एंड गैंबल में भारत, ताइवान और आसियान क्षेत्र में विभिन्न मार्केटिंग भूमिकाएं निभाईं।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, बैंगलोर (आईआईएम बैंगलोर) से एमबीए (मार्केटिंग) और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कानपुर (आईआईटी कानपुर) से बी.टेक (इलेक्ट्रॉनिक्स) के पूर्व छात्र जोशी को एफएमसीजी, टेलीकॉम, रिटेल, ई-कॉमर्स और स्टार्टअप्स सहित कई क्षेत्रों में उनके योगदान के लिए पहचाना गया है।
उनकी अगली भूमिका को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
अश्विनी वैष्णव ने विद्यार्थियों को उद्यमशील बनने के लिए प्रेरित किया और कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी में मीडिया उद्यम स्थापित करने की क्षमता है।
भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के 56वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए संस्थान के कुलाधिपति और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, रेल एवं इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि नए अवसरों के साथ उतार-चढ़ाव आते हैं, लेकिन हमेशा याद रखें ‘राष्ट्र सर्वोपरि’ की भावना ही सफलता का मूलमंत्र है।
समारोह के मुख्य अतिथि के तौर विचार व्यक्त करते हुए अश्विनी वैष्णव ने विद्यार्थियों को उद्यमशील बनने के लिए प्रेरित किया और कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी में मीडिया उद्यम स्थापित करने की क्षमता है। आप 400 विद्यार्थी देश में 400 नई कंपनियां खोल सकते हैं। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने आज के विकसित होते संचार परिदृश्य में डिजिटल प्रगति और मीडिया की बढ़ती जिम्मेदारियों पर जोर दिया और विद्यार्थियों से अपनी स्किल्स को अपडेट करते रहने का आह्वान भी किया।
इस अवसर पर आईआईएमसी की कुलपति डॉ. अनुपमा भटनागर, कुलसचिव डॉ. निमिष रुस्तगी, संकाय सदस्य और अधिकारी भी उपस्थित रहे। संस्थान की कुलपति डॉ. अनुपमा भटनागर ने कहा कि भारत के प्रमुख मीडिया प्रशिक्षण संस्थान के रूप में आईआईएमसी अपने प्रत्येक विद्यार्थी को हर वह अवसर सुलभ कराने के लिए प्रतिबद्ध है, जो उसके सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी है।
समारोह में आईआईएमसी नई दिल्ली और इसके पांच क्षेत्रीय परिसरों ढेंकनाल, आइजोल, अमरावती, कोट्टायम और जम्मू के विद्यार्थी मौजूद थे। आईआईएमसी के महात्मा गांधी मंच में आयोजित दीक्षांत समारोह में वर्ष 2023-24 बैच के 478 विद्यार्थियों को पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रदान किये गये। इसके अलावा, 36 विद्यार्थियों को भी अलग-अलग पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।