अपने अनूठे प्रयोग के लिए काफी समय से चर्चित साप्ताहिक समाचारपत्र गांव कनेक्शन अब जल्द ही लॉन्च होने वाला है। संभावित है कि अखबार दिसंबर के पहले सप्ताह में लॉन्च कर दिया जाएगा। समाचारपत्र विशेष तौर पर ग्रामीण मुद्दों को उठाएगा। शुरुआत में, गांव कनेक्शन, सीतापुर, बाराबंकी और प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लॉन्च किया जाएगा। गांव कनेक्शन प्रतिष्ठित संगठन
इस डील के बाद Media18 Distribution Services Limited अब Network18 की सहायक कंपनी नहीं रही।
नेटवर्क18 (Network18 Media & Investments Limited) ने सोमवार को स्टॉक एक्सचेंज को सूचित किया कि उसने अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी Media18 Distribution Services Limited में 100% हिस्सेदारी बेच दी है। यह सौदा आज दोपहर करीब 3:50 बजे Prakhar Commercials Private Limited (PCPL) के साथ पूरा हुआ।
कंपनी ने कुल 10,000 इक्विटी शेयर (प्रत्येक ₹10 मूल्य) PCPL को ₹1 लाख की कुल राशि में बेचे हैं। इस डील के बाद Media18 Distribution Services Limited अब Network18 की सहायक कंपनी नहीं रही।
PCPL एक निजी लिमिटेड कंपनी है और यह न तो प्रमोटर समूह का हिस्सा है और न ही कंपनी से किसी प्रकार से संबद्ध कोई समूह कंपनी है।
Media18 का वित्त वर्ष 2024-25 में कोई कारोबार नहीं रहा था और 31 मार्च 2025 तक इसकी कुल नेट वर्थ मात्र ₹0.15 लाख थी, जो Network18 की समेकित नेट वर्थ में 0.0001% का ही योगदान करती थी।
कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि यह लेन-देन Related Party Transaction की श्रेणी में नहीं आता।
भारतीय टीवी पत्रकारिता में अपने विशिष्ट अंदाज, धारदार प्रस्तुति और गहन रिपोर्टिंग के लिए पहचाने जाने वाले वरिष्ठ पत्रकार और लोकप्रिय न्यूज एंकर सुधीर चौधरी आज, 18 जून को अपना 53वां जन्मदिन मना रहे हैं
भारतीय टेलीविजन पत्रकारिता में जब भी निर्भीक अंदाज, सटीक विश्लेषण और स्पष्ट प्रस्तुति शैली की बात होती है, तो वरिष्ठ पत्रकार और लोकप्रिय न्यूज एंकर सुधीर चौधरी का नाम स्वाभाविक रूप से जुबान पर आ जाता है। आज यानी 18 जून को वह अपना 53वां जन्मदिन मना रहे हैं और जीवन के 54वें वर्ष में कदम रख रहे हैं। तीन दशकों से अधिक के लंबे करियर में सुधीर चौधरी ने जो पहचान बनाई है, वह सिर्फ एक नाम नहीं बल्कि एक भरोसे का प्रतीक बन चुकी है।
अपने करियर की शुरुआत एक छोटे पद से करने वाले सुधीर चौधरी आज न सिर्फ देश के सबसे चर्चित पत्रकारों में गिने जाते हैं, बल्कि वह पत्रकारिता के उन चेहरों में भी शामिल हैं, जिन्होंने इस पेशे को अपनी मेहनत, निष्ठा और विजन से नई दिशा दी है। पत्रकारिता के लगभग हर मोर्चे को उन्होंने बेहद गहराई से जिया है, चाहे वो फील्ड रिपोर्टिंग हो, चुनावी कवरेज, या फिर न्यूजरूम में नेतृत्व की भूमिका।
हाल ही में उन्होंने देश के प्रतिष्ठित सार्वजनिक प्रसारण चैनल 'डीडी न्यूज' के साथ अपनी नई पारी की शुरुआत की है, जहां वे कंसल्टिंग एडिटर के रूप में कार्यरत हैं। इसी क्रम में मई 2025 में उन्होंने DD News पर अपना नया प्राइम टाइम शो ‘Decode with Sudhir Chaudhary’ लॉन्च किया, जो लॉन्च के साथ ही डिजिटल जगत में तहलका मचा चुका है।
इस शो के पहले एपिसोड को यूट्यूब पर मात्र 24 घंटों में 10 लाख से अधिक व्यूज मिले और पूरे मई महीने में ‘डिकोड’ ने DD News के कुल डिजिटल ट्रैफिक का लगभग 50 प्रतिशत अकेले हासिल किया। यह आंकड़ा सिर्फ संख्या नहीं है, बल्कि सुधीर चौधरी के प्रति जनता के अटूट विश्वास और उनकी प्रस्तुतिकरण शैली की लोकप्रियता का जीवंत प्रमाण है।
भारतीय जनसंचार संस्थान (IIMC) के पूर्व छात्र रहे सुधीर चौधरी ने पत्रकारिता को हमेशा एक मिशन की तरह देखा है। शुरुआत से ही उनके लक्ष्य स्पष्ट थे- सार्थक पत्रकारिता, तथ्यपूर्ण रिपोर्टिंग और जनहित को सर्वोपरि रखना। उनका यह समर्पण ही है कि उन्होंने अपने करियर में कभी दिशा नहीं खोई। जैसे अर्जुन को सिर्फ चिड़िया की आंख दिखती थी, वैसे ही सुधीर चौधरी की नजर हमेशा अपने लक्ष्य पर टिकी रही है।
उन्होंने लोकसभा और विधानसभा चुनावों की रिपोर्टिंग से लेकर कई दिग्गज राजनेताओं के साक्षात्कार तक, हर विषय को गहन रिसर्च और निष्पक्षता के साथ जनता के सामने रखा है। उनके द्वारा उठाए गए मुद्दे केवल चर्चित नहीं होते, बल्कि जनमत को दिशा देने वाले भी होते हैं।
आज के दौर में, जहां पत्रकारिता कई बार सनसनी और पक्षपात के घेरे में फंस जाती है, सुधीर चौधरी ने तथ्यों की ठोस जमीन पर खड़े रहकर अपनी विश्वसनीयता को कायम रखा है। यही वजह है कि वे नए पत्रकारों के लिए न सिर्फ प्रेरणा हैं, बल्कि एक आदर्श भी हैं।
सोशल मीडिया पर भी सुधीर चौधरी की जबरदस्त पकड़ है। ट्विटर पर उनके 7.5 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं, जो उन्हें देश के सबसे लोकप्रिय और प्रभावशाली पत्रकारों में शुमार करते हैं। उनकी पोस्ट्स, रिपोर्टिंग स्टाइल और विषय-वस्तु में हमेशा एक स्पष्ट दृष्टिकोण और राष्ट्रहित की भावना झलकती है।
आज जब सुधीर चौधरी अपने जीवन के 54वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, तब यह कहना गलत नहीं होगा कि वे केवल अतीत की सफलता के सहारे नहीं टिके हैं, बल्कि आज भी वे पूरी ऊर्जा, प्रामाणिकता और नवाचार के साथ पत्रकारिता को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं।
‘समाचार4मीडिया’ की ओर से सुधीर चौधरी को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं। हम कामना करते हैं कि आने वाला साल उनके लिए और अधिक सफलता, सृजनात्मकता और समाज के लिए सार्थक पत्रकारिता का प्रतीक बने।
पूर्व में भी वह इस समूह के साथ काम कर चुके हैं। इसके अलावा वह Midday, Radio One, Fever FM और Ananda Vikatan जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
‘द हिंदू’, ‘बिजनेसलाइन’, ‘स्पोर्टस्टार’ और ‘फ्रंटलाइन’ जैसे प्रतिष्ठित प्रकाशनों के पब्लिशर ‘द हिंदू’ समूह (THG) ने जॉन जस्टिन को अपना नया हेड ऑफ ब्रैंड मार्केटिंग नियुक्त किया है।
अपने इस भूमिका में जॉन जस्टिन ‘द हिंदू’ ग्रुप के ब्रैंड को सभी प्लेटफॉर्म्स पर और मज़बूत करने की दिशा में काम करेंगे। वह पाठकों और साझेदार ब्रैंड्स के साथ मजबूत जुड़ाव बनाने, क्लाइंट्स और एजेंसियों के लिए B2B पहल को आगे बढ़ाने और क्षेत्रीय बिक्री रणनीतियों को समर्थन देने पर भी फोकस करेंगे, जिससे कंपनी की व्यवसायिक वृद्धि को गति मिलेगी। वह ‘द हिंदू’ समूह की मार्केटिंग हेड अपराजिता विश्वास को रिपोर्ट करेंगे।
विज्ञापन और मीडिया जगत के अनुभवी प्रोफेशनल जॉन को इस क्षेत्र में 20 साल से अधिक का अनुभव है। पूर्व में भी वह इस समूह के साथ काम कर चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने मिड-डे, रेडियो वन, फीवर एफएम और आनंद विकटन जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में काम किया है।
कंपनी के अनुसार, जॉन जस्टिन को प्रभावशाली ब्रैंड नैरेटिव और रेवेन्यू-फोकस्ड मार्केटिंग स्ट्रैटेजी बनाने में महारत हासिल है। उन्होंने प्रिंट, रेडियो और डिजिटल जैसे प्लेटफॉर्म्स पर काफी अनुभव अर्जित किया है। वह रणनीतिक सोच और बदलते पाठक व्यवहार के अनुसार ब्रैंड कम्युनिकेशन को ढालने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने संपादकीय, मार्केटिंग और क्लाइंट-सामना करने वाली भूमिकाओं में लगातार बेहतरीन परिणाम दिए हैं।
इस नियुक्ति के बारे में ‘द हिंदू’ ग्रुप के चीफ रेवेन्यू ऑफिसर सुरेश बालकृष्णा ने कहा, ‘जॉन क्रिएटिव सोच और कॉमर्शियल स्पष्टता का बेहतरीन मेल लेकर आते हैं—जो आज के तेजी से बदलते मीडिया परिदृश्य में बेहद जरूरी है। ब्रैंड के उद्देश्य को व्यावसायिक परिणामों से जोड़ने की उनकी क्षमता हमारे लिए नए सहयोग और क्लाइंट एंगेजमेंट को मज़बूत करने में अहम भूमिका निभाएगी।’
वहीं, जॉन जस्टिन का कहना है, ‘ऐसे प्रतिष्ठित ब्रैंड के साथ दोबारा जुड़ना मेरे लिए सम्मान की बात है, जिसने भारत के मीडिया परिदृश्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मैं टीम के साथ मिलकर द हिंदू ग्रुप की समृद्ध विरासत को आगे बढ़ाने और आज के दर्शकों से और अधिक गहराई से जुड़ने के लिए उत्साहित हूं, साथ ही उन मूल्यों को बनाए रखूंगा जो इस ब्रैंड की पहचान हैं।’
इस बारे में ‘द हिंदू’ ग्रुप की मार्केटिंग हेड अपराजिता विश्वास ने कहा, ‘जॉन की परंपरागत मीडिया की गहरी समझ, रणनीतिक सोच और नेतृत्व शैली हमें अगली पीढ़ी के पाठकों से जोड़ने में मदद करेगी। उनकी नियुक्ति हमारे स्टोरीटेलिंग, ट्रस्ट और इनोवेशन को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है।’
Bennett Coleman & Co. Ltd. (The Times of India) ने सुयश एल को एसोसिएट वाइस प्रेजिडेंट और ब्रैंडेड कंटेंट का हेड नियुक्त किया है।
Bennett Coleman & Co. Ltd. (The Times of India) ने सुयश एल को एसोसिएट वाइस प्रेजिडेंट और ब्रैंडेड कंटेंट का हेड नियुक्त किया है। यह नियुक्ति मीडिया इंडस्ट्री में उनके एक दशक से अधिक अनुभव और कंटेंट मार्केटिंग में गहरी विशेषज्ञता को देखते हुए की गई है।
सुयश इससे पहले करीब आठ वर्षों तक जागरण न्यू मीडिया से जुड़े रहे, जहां उन्होंने हाल ही में वाइस प्रेजिडेंट की भूमिका निभाई। जागरण में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने डिजिटल ब्रैंडेड कंटेंट के क्षेत्र में कई सफल कैपेंस का नेतृत्व किया और कंपनी की कंटेंट रणनीति को मजबूत आधार दिया।
जागरण से पहले सुयश Network18 में भी प्रमुख भूमिका में थे, जहां उन्होंने सीनियर प्रोडक्ट मार्केटिंग मैनेजर और ब्रैंडेड कंटेंट के हेड के तौर पर कार्य किया। यहां उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर ब्रैंड साझेदारियों और कंटेंट के प्रभावशाली मॉडल तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
दिलचस्प बात यह है कि यह उनका BCCL के साथ दूसरा कार्यकाल है। वर्ष 2012 से 2014 के बीच वे इंटीग्रेटेड ब्रैंड कम्युनिकेशन एंड एक्सपीरियंसेज के असिस्टेंट मैनेजर की भूमिका में कंपनी से जुड़े थे। अब एक वरिष्ठ नेतृत्वकर्ता के तौर पर उनकी वापसी ब्रैंडेड कंटेंट के विस्तार की दिशा में BCCL की नई रणनीतिक सोच को दर्शाती है।
सुयश एल की यह नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब कंटेंट मार्केटिंग और ब्रैंड स्टोरीटेलिंग मीडिया उद्योग में तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र बन गए हैं, और Bennett Coleman & Co. Ltd. इन बदलावों में अग्रणी भूमिका निभाना चाहता है।
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने मंगलवार को कंपनी के भविष्य की रणनीतिक योजनाओं को लेकर दो अहम बैठकें कीं।
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने मंगलवार को कंपनी के भविष्य की रणनीतिक योजनाओं को लेकर दो अहम बैठकें कीं। पहली बैठक में, अंतरराष्ट्रीय इनवेस्टमेंट बैंक JP मॉर्गन ने कंपनी की विकास योजनाओं और रणनीतिक पहलों पर अपनी विस्तृत आकलन रिपोर्ट पेश की। ZEEL ने JP मॉर्गन को यह जिम्मेदारी सौंपी थी कि वह भविष्य के लक्ष्यों के अनुरूप संभावित रणनीतिक विकल्पों और नई पहलों की समीक्षा कर सुझाव दे।
बाद में दिन में हुई दूसरी बैठक में बोर्ड ने JP मॉर्गन द्वारा सुझाए गए विभिन्न विकल्पों पर विचार-विमर्श किया और उसके बाद एक अहम निर्णय लिया। बोर्ड ने प्रमोटर समूह की संस्थाओं को प्रेफरेंशियल अलॉटमेंट (Preferential Allotment) के जरिए 16,95,03,400 फुली कन्वर्टिबल वारंट्स जारी करने को मंजूरी दी है। ये वारंट्स ₹132 प्रति इकाई की दर पर जारी होंगे।
इस निवेश के तहत प्रमोटर समूह कंपनी में ₹2,237.44 करोड़ का फंड डालेगा, जिससे ZEEL के विकास की अगली यात्रा को वित्तीय मजबूती मिलेगी। इस कदम के बाद कंपनी में प्रमोटर समूह की हिस्सेदारी 18.39% तक पहुंच जाएगी। हालांकि, यह प्रस्ताव अंतिम रूप से शेयरधारकों की मंजूरी के अधीन है।
ZEEL ने अपने दीर्घकालिक रणनीतिक लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए नई संभावनाओं की पहचान और उनमें निवेश करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। कंपनी अब खुद को एक अग्रणी कंटेंट और टेक्नोलॉजी पावरहाउस के रूप में स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
JP मॉर्गन ने बोर्ड के समक्ष न केवल विकास योजनाओं की समीक्षा रिपोर्ट पेश की, बल्कि यह भी बताया कि कंपनी की बैलेंस शीट को कैसे और मजबूत किया जा सकता है ताकि भविष्य की किसी भी अनिश्चितता से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।
बोर्ड का मानना है कि यह रणनीतिक कदम ZEEL को भविष्य के निवेशों के लिए तैयार करेगा, जिससे कंपनी को विकास पूंजी तक बेहतर पहुंच मिलेगी। साथ ही प्रमोटर समूह से आने वाला पूंजी प्रवाह कंपनी के मुख्य व्यवसाय क्षेत्रों को और मजबूत करेगा और मीडिया व एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के बदलते परिदृश्य में नए अवसरों की खोज के लिए जमीन तैयार करेगा।
ZEEL चेयरमैन आर. गोपालन ने कहा, “बोर्ड ने JP मॉर्गन द्वारा प्रस्तुत विभिन्न विकल्पों पर गंभीरता से विचार किया और कंपनी की विकास रणनीति का गहन मूल्यांकन किया। प्रमोटर हिस्सेदारी बढ़ाने की दिशा में उठाए जा रहे कदमों से यह सुनिश्चित होगा कि प्रमोटर समूह पहले से अधिक प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़े। एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में तेज बदलाव आ रहे हैं और उपभोक्ताओं की पसंद भी तेजी से बदल रही है। प्रमोटर्स का यह निवेश और मैनेजमेंट की मजबूत योजनाएं ZEEL को अपने लक्ष्यों की ओर तेजी से बढ़ने में मदद करेंगी।”
प्रमोटर समूह की ओर से शुभम श्री ने कहा, “प्रमोटर समूह ने 1 मई 2025 को बोर्ड को अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की इच्छा जताई थी, जब शेयर की कीमत ₹106.35 थी। अब जबकि कीमत इससे ऊपर है, तब भी हम कंपनी और इसके विजन के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।”
गौरतलब है कि ZEEL के बोर्ड ने 1 मई 2025 की पिछली बैठक में तीन पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनियों के गठन को भी मंजूरी दी थी, जिससे कंपनी अपने कारोबार का विविधीकरण कर सके। इसके अलावा 8 मई 2025 को कंपनी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर निवेशकों के लिए एक विस्तृत प्रेजेंटेशन अपलोड किया था, जिसमें विकास योजनाओं की जानकारी दी गई थी। उसी बैठक में बोर्ड ने कंपनी को सलाह दी थी कि वह किसी अनुभवी इनवेस्टमेंट बैंक की मदद से अपनी रणनीतिक योजनाओं का मूल्यांकन कराए।
पुनीत बियानी ने ‘बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड’ (BCCL) यानी ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ समूह के साथ अपनी नई पारी शुरू की है।
पुनीत बियानी ने ‘बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड’ (BCCL) यानी ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ समूह के साथ अपनी नई पारी शुरू की है। उन्होंने यहां पर वाइस प्रेजिडेंट और हेड (OOH, Branded Content और Exhibitions in Response) के पद पर जॉइन किया है।
पुनीत को बिजनेस ऑपरेशंस, पी एंड एल मैनेजमेंट, फाइनेंस, बिजनेस प्लानिंग, फंड रेजिंग, प्रोसेस ऑटोमेशन, एम एंड ए (M&A) और स्ट्रैटेजी जैसे क्षेत्रों में काम करने का 20 साल से ज्यादा का अनुभव है।
पुनीत इससे पहले एडटेक स्टार्टअप ‘Lemma Tech’ में प्रेजिडेंट और चीफ स्ट्रैटेजी ऑफिसर के पद पर कार्यरत थे, जहां वे एशिया पैसिफिक रीजन ( भारत, सिंगापुर, इंडोनेशिया, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया) में बिजनेस और ऑपरेशंस की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
वहां उन्होंने टीवी और डिजिटल आउट-ऑफ-होम (DOOH) के बीच गहराई से तालमेल बनाते हुए ग्लोबल बिजनेस स्ट्रैटेजी तैयार करने में अहम भूमिका निभाई थी। ‘Lemma Tech’ से पहले पुनीत ‘Times OOH’, ‘Goldman Sachs’ और ‘Pricewaterhouse Coopers’ (PWC) जैसी बड़ी कंपनियों के साथ काम कर चुके हैं।
सिटी नेटवर्क लिमिटेड में एक अहम बदलाव हुआ है। कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक (Whole Time Director) सुरेश अरोड़ा ने अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है।
सिटी नेटवर्क लिमिटेड (Siti Network) में एक अहम बदलाव हुआ है। कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक (Whole Time Director) सुरेश अरोड़ा ने अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है। वे 13 जून 2025 को कार्यदिवस की समाप्ति के साथ इस जिम्मेदारी से मुक्त हो गए हैं।
हालांकि वे अब इस पद पर नहीं रहेंगे, लेकिन कंपनी के साथ उनका रिश्ता बना रहेगा। अब वे बोर्ड में गैर-कार्यकारी और गैर-स्वतंत्र निदेशक (Non-Executive, Non-Independent Director) की भूमिका निभाएंगे।
कंपनी ने SEBI के नियामकीय नियमों के तहत यह जानकारी दी है और कहा है कि सुरेश अरोड़ा का अनुभव और मार्गदर्शन कंपनी को आगे भी मिलता रहेगा।
यह बदलाव औपचारिक रूप से शेयर बाजार को सूचित कर दिया गया है और कंपनी ने इसे रिकॉर्ड में शामिल करने का अनुरोध किया है।
सिटी नेटवर्क ने भरोसा जताया है कि सुरेश अरोड़ा की नई भूमिका से कंपनी को रणनीतिक दिशा देने में मदद मिलेगी।
सुरेश अरोड़ा एक अनुभवी बिजनेस लीडर हैं, जिन्हें करीब 35 वर्षों का प्रोफेशनल अनुभव है। वे दिल्ली विश्वविद्यालय से कॉमर्स स्नातक हैं और उन्होंने पुणे के सिम्बायोसिस संस्थान से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा (मार्केटिंग मैनेजमेंट में विशेषज्ञता) प्राप्त किया है।
उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में प्रत्यक्ष कार्य अनुभव प्राप्त है और वे वर्षों तक कई संगठनों में सीनियर लीडरशिप की भूमिकाएं निभा चुके हैं। बिजनेस डेवलपमेंट और एडमिनिस्ट्रेशन, स्ट्रैटेजी, लीडरशिप, बोर्ड सेवा और गवर्नेंस, सेल्स और मार्केटिंग, रिस्क मैनेजमेंट और सस्टेनेबिलिटी जैसे विषयों में उनकी गहरी समझ है।
अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने पैन इंडिया नेटवर्क लिमिटेड (PINL) (एस्सेल समूह की एक कंपनी) में पंजाब और हरियाणा में ऑनलाइन/पेपर लॉटरी बिजनेस के संचालन के लिए राज्य सरकारों के साथ समन्वय करते हुए चैनल पार्टनर्स, डिस्ट्रीब्यूटर्स और रिटेल आउटलेट्स का एक मजबूत नेटवर्क खड़ा किया।
समाचार4मीडिया से बातचीत में राजीव सिंह ने बताया कि उनका मुख्य फोकस इन प्लेटफॉर्म्स को नए स्तर तक ले जाने, इनोवेशन को बढ़ावा देने और डिजिटल प्रोडक्ट्स को और बेहतर बनाने पर होगा।
तेजी से आगे बढ़ते हुए न्यूज प्लेटफॉर्म ‘कैपिटल टीवी’ (Capital TV) ने राजीव सिंह को एग्जिक्यूटिव एडिटर (कंटेंड एंड स्ट्रैट्जी) के तौर पर नियुक्त करने की घोषणा की है। अपनी इस नई भूमिका में वह ‘कैपिटल टीवी’ के सभी डिजिटल प्रोडक्ट्स की जिम्मेदारी संभालेंगे। वह चैनल के कर्ता-धर्ता और कैपिटल टीवी के एडिटर-इन-चीफ डॉ. मनीष कुमार को रिपोर्ट करेंगे।
समाचार4मीडिया से बातचीत में राजीव सिंह ने बताया कि उनका मुख्य फोकस इन प्लेटफॉर्म्स को नए स्तर तक ले जाने, इनोवेशन को बढ़ावा देने और डिजिटल प्रोडक्ट्स को और बेहतर बनाने पर होगा।
‘कैपिटल टीवी’ में शामिल होने से पहले राजीव ‘प्रसार भारती’ के न्यूज चैनल (DD News), रेडियो (आकाशवाणी) और डिजिटल शाखा (PB SHABD (PBNS) में शीर्ष पदों पर काम कर चुके हैं। आकाशवाणी में राजीव ने रेडियो बुलेटिन्स को बतौर एडिटर हेड किया। प्रसार भारती की डिजिटल शाखा PBNS (परिवर्तित नाम PB Shabd) में राजीव ने वीडियो रिलेटेड कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन किया।
राजीव सिंह के अनुसार, उनके कॉन्सेप्ट पर बनाए गए कई वीडियो को खुद पीएम मोदी, अमिताभ बच्चन ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से शेयर भी किया था। प्रसार भारती से पहले राजीव ‘हिन्दुस्थान समाचार’ में भी बतौर डिजिटल एडिटर अपनी भूमिका निभा चुके हैं। इसके अलावा ‘क्लिक इंडिया’ में सीनियर एग्जिक्यूटिव एडिटर के तौर पर राजीव ने ‘डाबर’ व ‘इमामी’ जैसी जानी-मानी FMCG कंपनियों के साथ काम किया। इसके साथ ही वह अश्वत्थ ट्री, भारतीय विद्या भवन, मोहनजी फाउंडेशन, कई मंत्रालयों, पंडितजीडॉटकॉम और ब्रिक्स जैसे क्लाइंट्स के लिए भी कंटेंट हेड के तौर पर काम कर चुके हैं।
राजीव को मीडिया के चारों सेगमेंट (रेडियो, टीवी, न्यूजपेपर और डिजिटल) में शीर्ष पदों पर काम करने का अनुभव है। पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो वह डबल मास्टर्स (Master of Journalism, Master of Arts-Hindi) हैं। साथ ही वे जर्नलिज्म में भी पीजी डिप्लोमा होल्डर हैं।
अपनी इस नियुक्ति के बारे में राजीव ने कहा, ‘डॉ. मनीष के साथ मैं पहले भी दो बार काम कर चुका हूं और उनसे अपनी पत्रकारिता के शुरुआती दिनों में काफी कुछ सीखने को मिला। इस पारी में मुझे डिजिटल सहित मीडिया के अन्य सोपानों को सीखने का मौका मिलेगा, जिसे लेकर मैं बहुत खुश हूं। कोशिश होगी कि मैं अपने अनुभवों से कैपिटल टीवी के डिजिटल प्रोडक्ट्स को नई ऊंचाइयों तक ले जाऊं।’
वहीं, इस नियुक्ति को लेकर ‘कैपिटल टीवी के एडिटर-इन-चीफ डॉ. मनीष कुमार ने कहा, ‘यह नियुक्ति हमारी डिजिटल टीम को और मजबूत बनाएगी, जो बहुत तेज गति से विस्तार की दिशा में आगे बढ़ रही है।’
भरत अवलानी के जीवन की सबसे बड़ी पहचान उनकी उम्र नहीं, बल्कि वह असर है जो उन्होंने दुनिया भर के मार्केटिंग और लीडरशिप जगत में कहानी कहने की कला के जरिए छोड़ा है।
कुआलालंपुर में बसे भरत अवलानी आज अपना 60वां जन्मदिन मना रहे हैं, लेकिन उनके जीवन की सबसे बड़ी पहचान उनकी उम्र नहीं, बल्कि वह असर है जो उन्होंने दुनिया भर के मार्केटिंग और लीडरशिप जगत में कहानी कहने की कला के जरिए छोड़ा है। एक अनुभवी मार्केटिंग प्रोफेशनल के रूप में उन्होंने यूनिलीवर में दो दशकों से अधिक का अनुभव हासिल किया और अब वे Connecting the Dots के फाउंडर व सीईओ हैं। साथ ही वे दुनिया की सबसे बड़ी बिजनेस स्टोरीटेलिंग कंपनियों में शामिल Anecdote के Global Partner भी हैं।
भरत का काम महज ट्रेनिंग देना नहीं है, वे दुनियाभर के लीडर्स और संस्थाओं के साथ मिलकर वर्कप्लेस कम्युनिकेशन को मानवीय, प्रभावशाली और सार्थक बनाने का प्रयास करते हैं। वे मानते हैं कि नेतृत्व का मतलब केवल दिशा देना नहीं, बल्कि दिलों तक पहुंचना है और इस रास्ते की सबसे असरदार कड़ी होती है एक अच्छी कहानी।
वे न केवल एक स्टोरीटेलिंग एक्सपर्ट हैं, बल्कि उन्हें “memory collector” यानी यादों को सहेजने वाला इंसान भी कहा जाता है। भरत के लिए हर यात्रा, हर मुलाकात, हर तस्वीर अपने भीतर एक कहानी समेटे होती है- एक ऐसी कहानी जो जुड़ती है, भावनाएं जगाती है और असर छोड़ती है।
भरत अवलानी एक जाने-माने कीनोट स्पीकर, कंसल्टेंट और ट्रेनर हैं। वे एनएलपी सर्टिफाइड मास्टर ट्रेनर, मलेशिया के HRD कॉर्प द्वारा मान्यता प्राप्त ट्रेनर, और एशिया स्कूल ऑफ बिजनेस (MIT Sloan के सहयोग से) में अतिथि फैकल्टी भी हैं।
वर्तमान में वे Asian Federation of Advertising Associations (AFAA) के Secretary General और International Advertising Association (IAA) की ग्लोबल बोर्ड पर Global VP for Continuous Professional Development की भूमिका निभा रहे हैं। 2013 से AFAA के Fasttrack Program के जरिए उन्होंने 11 देशों के 230 से अधिक प्रोफेशनल्स को तैयार किया है।
उनकी सादगी और संवेदनशीलता का जिक्र करते हुए विज्ञापन जगत के दिग्गज रमेश नारायण कहते हैं, “मैं उन्हें एक बेहतरीन स्टोरीटेलर, यादों को संजोने वाला और किसी भी मंच पर सहजता से बोलने वाला इंसान कह सकता हूं। उन्होंने सिखाया कि तीखी बात भी इतनी सहजता से कैसे कही जा सकती है कि सामने वाले को चोट न पहुंचे, जो हर कमेटी मीटिंग में अमूल्य होता है।”
रमेश नारायण याद करते हैं कि कैसे भरत ने उनसे AFAA के तत्कालीन चेयरमैन प्रदीप गुहा के लिए कुछ पंक्तियां लिखवाकर उन्हें सम्मानित किया था। वर्षों बाद वही पंक्तियां एक श्रद्धांजलि फिल्म की स्क्रिप्ट बन गईं, जो Olive Crown Awards में प्रदीप गुहा को याद करते हुए दिखाई गई।
रेमंड सो, जो भरत से लगभग दो दशकों से जुड़े हैं, कहते हैं, “जब मैं भरत से पहली बार एशियन एडवरटाइजिंग कांग्रेस में मिला, तब भी वे भीड़ में सबसे अलग नजर आए अपनी गर्मजोशी और सच्चाई से। वे न केवल भविष्य के लीडर्स को प्रशिक्षित करते हैं, बल्कि उनके जीवन में शामिल रहते हैं, उनसे मिलते हैं, उन्हें याद रखते हैं। उनका नेटवर्क केवल संपर्कों का नहीं, भावनाओं और कहानियों का है।”
भरत अवलानी को महज एक प्रोफेशनल कहना उनकी उपलब्धियों को सीमित करना होगा। वे लोगों को जोड़ने वाले हैं, भरोसे की नींव रखने वाले हैं और सबसे बढ़कर एक ऐसे इंसान हैं जो मानते हैं कि कहानियां सिर्फ सुनाने के लिए नहीं होतीं, बल्कि जीने के लिए होती हैं। उनके लिए हर मुलाकात, हर शब्द, हर मुस्कान में एक कहानी है और उसी से वे जिंदगी को और ज्यादा मानवीय बनाते हैं।
आज उनके 60वें जन्मदिन के अवसर पर, दुनिया भर के वे दोस्त, सहकर्मी और प्रशिक्षु जो भरत से जुड़े रहे हैं, एक स्वर में यही कह रहे हैं, यह तो बस एक पड़ाव है, असली यात्रा अभी जारी है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि किसी पैनलिस्ट द्वारा लाइव डिबेट में की गई विवादित टिप्पणी के लिए एंकर को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को एक अहम फैसला सुनाते हुए 'साक्षी टीवी' के एंकर के. श्रीनिवास राव की गिरफ्तारी पर रोक लगाई और उनकी तुरंत रिहाई के आदेश दिए। कोर्ट ने कहा कि किसी पैनलिस्ट द्वारा लाइव डिबेट में की गई विवादित टिप्पणी के लिए एंकर को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। यह फैसला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और पत्रकारिता की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए सुनाया गया।
जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा और मनमोहन की पीठ ने स्पष्ट किया, "राव ने स्वयं ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। एक लाइव टीवी शो में उनकी पत्रकारिता भूमिका को संरक्षण मिलना चाहिए, ताकि उनका मौलिक अधिकार (अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता) भी सुरक्षित रह सके। ट्रायल कोर्ट द्वारा तय शर्तों के अनुसार उन्हें जमानत पर रिहा किया जाए।"
यह मामला 6 जून को प्रसारित एक टीवी डिबेट से जुड़ा है, जिसमें राजनीतिक विश्लेषक वी वी आर कृष्णमराजू ने पैनलिस्ट के तौर पर शिरकत की थी। इस दौरान उन्होंने आंध्र प्रदेश की पूर्ववर्ती राजधानी अमरावती को "सेक्स वर्कर्स की राजधानी" कहकर संबोधित किया। यह बयान विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस से जुड़े माने जाने वाले साक्षी टीवी चैनल पर प्रसारित हुआ था।
70 वर्षीय राव की ओर से पेश वरिष्ठ वकील सिद्धार्थ देवे ने कोर्ट को बताया कि राव महज शो के होस्ट थे और यह विवादित बयान किसी पैनलिस्ट का था, जिस पर राव का कोई नियंत्रण नहीं था।
वहीं, आंध्र प्रदेश सरकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी और सिद्धार्थ लूथरा ने आपत्ति जताई कि जब महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की जा रही थी, तब एंकर राव न केवल उसे नहीं रोक रहे थे, बल्कि उस पर मुस्कराते नजर आए, जिससे संदेश गया कि वे सहमति जता रहे हैं।
हालांकि कोर्ट ने एफआईआर रद्द करने की याचिका पर राज्य सरकार से जवाब मांगा है, लेकिन राव को चेतावनी भी दी है कि वे भविष्य में किसी टीवी डिबेट में न तो खुद कोई आपत्तिजनक टिप्पणी करें और न ही किसी पैनलिस्ट को ऐसा करने दें।
इस फैसले को पत्रकारों के अधिकारों के संरक्षण की दिशा में एक मजबूत संदेश माना जा रहा है, खासकर ऐसे समय में जब लाइव डिबेट्स में बयानबाजी अक्सर विवादों में घिर जाती है।