न्यूज एजेंसी सी-वोटर ब्रॉडकास्ट (सीवीबी) की दोबारा से शुरुआत नए ब्रांड नेम एनडब्ल्यूएस से होने जा रही है, लेकिन इस बार स्वामित्व बदल गया है। सूत्रों के मुताबिक इंडिया न्यूज न्यूज चैनल का संचालन करने वाले आईटीवी मीडिया समूह ने न्यूज एजेंसी सीवीबी का अधिग्रहण कर लिया है। हालांकि सीवीबी के मैनेजिंग डायरेक्टर रहे यशवंत देशमुख का शेयर एनडब्ल्यूएस में भी
देविका प्रभु ने वर्ष 2008 में इस कंपनी को जॉइन किया था। यहां करीब 16 साल के अपने सफर में उन्होंने विभिन्न भूमिकाएं निभाईं।
‘डिज्नी स्टार’ (Disney Star) की बिजनेस हेड (Kids and Infotainment) देविका प्रभु ने कंपनी को अलविदा कह दिया है। देविका प्रभु ने वर्ष 2008 में इस कंपनी में किड्स चैनल के लिए एसोसिएट डायरेक्टर (Programming and Acquisitions) के पद पर जॉइन किया था।
इस कंपनी में अपने अब तक के सफर में उन्होंने विभिन्न पदों पर काम किया। खासकर बच्चों के कंटेंट कैटेगरी में उन्होंने कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं और कंपनी की सफलता में अहम योगदान दिया।
‘डिज्नी स्टार’ से पहले देविका प्रभु ‘सोनी’ (SONY) इंडिया से जुड़ी हुई थीं। जहां उन्होंने असिस्टेंट वाइस प्रेजिडेंट (स्ट्रैटेजिक प्लानिंग और रिसर्च) के रूप में काम किया। यहां से उन्होंने अपने करियर की मजबूत नींव रखी, जिसे डिज्नी स्टार में उन्होंने और अधिक ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री डिज्नी के स्टार इंडिया और रिलायंस इंडस्ट्रीज के वायकॉम18 के बीच होने वाली इस साझेदारी से मीडिया परिदृश्य में एक परिवर्तनकारी बदलाव की उम्मीद कर रहा है
अदिति गुप्ता, असिसटेंट एडिटर, एक्सचेंज4मीडिया ग्रुप ।।
मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री डिज्नी के स्टार इंडिया और रिलायंस इंडस्ट्रीज के वायकॉम18 के बीच होने वाली इस साझेदारी से मीडिया परिदृश्य में एक परिवर्तनकारी बदलाव की उम्मीद कर रहा है, जो आज से शुरू हो रहा है। वैसे इसे स्थानीय और वैश्विक दर्शकों के लिए एक संभावित गेम-चेंजर के रूप में सराहा जा रहा है। इस विलय के साथ एंटरटेनमेंट, स्पोर्ट्स और डिजिटल कंटेंट को मिलाकर एक बड़ा जॉइंट वेंचर स्थापित किया जाएगा।
यह समझौता, जो 2025 के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है, में रिलायंस इंडस्ट्रीज 56% नियंत्रण हिस्सेदारी लेगी, जबकि स्टार इंडिया के पास 37% और बोधि ट्री सिस्टम्स, जो कि एक थर्ड-पार्टी निवेश कंपनी है, के पास 7% हिस्सेदारी होगी। लगभग 8.5 बिलियन डॉलर का यह विलय पारंपरिक मीडिया मॉडल्स को बाधित करने का लक्ष्य रखता है, डिज्नी की विस्तृत कंटेंट लाइब्रेरी को रिलायंस के जियो नेटवर्क के साथ मिलाकर ओटीटी और डिजिटल विज्ञापन क्षेत्र में एक विशाल इकाई बनाई जाएगी।
इंडस्ट्री लीडर्स डिज्नी-रिलायंस विलय की परिवर्तनकारी संभावनाओं को लेकर आशान्वित हैं और एक्सपर्ट्स इसके भारत के मीडिया परिदृश्य को पुनर्परिभाषित करने की क्षमता पर जोर दे रहे हैं।
व्हाइट रिवर्स मीडिया के को-फाउंडर और सीईओ श्रेणिक गांधी इस गठजोड़ को रणनीतिक सहयोगों के लिए एक शक्तिशाली मानक स्थापित करने के रूप में देखते हैं।
गांधी ने कहा, "आज के नए दौर का कारोबार बड़े पैमाने पर साहसिक और रणनीतिक साझेदारियों की मांग करता है। एंटरटेनमेंट की दुनिया में इस प्रकार के बड़ी साझेदारी जैसे कि हम इस विलय में देख रहे हैं- एक शक्तिशाली मानक स्थापित करते हैं। ये बदलाव इस बात को पुनर्परिभाषित करेंगे कि भारत और दुनिया कैसे एंटरटेनमेंट और स्पोर्ट्स का अनुभव करते हैं। फिलहाल भविष्य में क्या होगा, हम इसे देखने के लिए उत्साहित हैं।"
अपना दृष्टिकोण साझा करते हुए, पब्लिसिस ग्रुप इंडिया के डिजिटल टेक्नोलॉजी बिजनेस के सीईओ अमरेश गोडबोले ने कहा, "विलय के बाद, मुझे नहीं लगता कि देखने के लिए अलग-अलग ऐप्स बनाने की आवश्यकता है, क्योंकि इससे कंटेंट की खोज और उसका क्रॉस-पॉलीनेशन कम हो सकता है। इसके बजाय, एक ऐसा सिंगल ऐप होना चाहिए जो इच्छित कंटेंट तक पहुंच को आसान बनाए और व्यक्तिगत खोज को सक्षम करे।"
उन्होंने कहा, "उत्तम स्तर का यूजर एक्सपीरियंस (UX), एआई-संचालित यूजर्स बिहेवियर लर्निंग व पर्सनलाइज्ड रिकमंडेशंस और LLM द्वारा संचालित संवादात्मक नेविगेशन ऐसी कुछ चीजें हैं जो इसे हासिल करने के तरीके हो सकते हैं। मैं एक दूसरी ऐप के बारे में सोचूंगा, अगर उसका उद्देश्य देखने से अलग है। उदाहरण के लिए, एक सोशल/कम्युनिटी ऐप फैंडम्स के लिए, जैसे कि क्रिकेट, के-ड्रामा और एनीमे आदि के लिए, जिसमें उप-समुदाय (sub-communities) शामिल हों। यह एक ऐसा इकोसिस्टम बनाएगा, जो मुख्य रूप से देखने वाली ऐप को पूरक करता है, लेकिन इसके लिए अलग तरह के UX डिजाइन की जरूरत होगी।"
इसी तरह का दृष्टिकोण व्यक्त करते हुए, भसीन कंसल्टिंग ग्रुप के फाउंडर आशीष भसीन ने जोर देकर कहा कि यह विलय भारत के लिए वैश्विक कंटेंट पावरहाउस बनने का एक अवसर है, क्योंकि इससे बड़े पैमाने पर कंटेंट निवेश और मीडिया शक्ति का एकीकरण संभव होगा।
उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि कंटेंट के क्षेत्र में भारत दुनिया को बहुत कुछ दे सकता है, जैसे आज हम स्पेन, लैटिन अमेरिका, कोरिया और अन्य देशों के शो देखते हैं। भारत में हमारे पास जिस तरह की कहानी कहने और फिल्म निर्माण की प्रतिभा है, उसके साथ हमारे पास एक प्रमुख कंटेंट स्रोत बनने की संभावना है—सिर्फ भारत के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए।"
उन्होंने आगे कहा, "जब आपके पास एक बड़े पैमाने का खिलाड़ी होता है, तो यह वास्तव में नए रास्ते खोलता है। मेरा मानना है कि सामान्य रूप से, कंटेंट की गुणवत्ता में सुधार होगा क्योंकि एक बड़ी इकाई के पास बेहतरीन कंटेंट में निवेश करने के संसाधन होंगे। दूसरा प्रभाव यह है कि दूसरा असर यह होगा कि मीडिया में एकीकरण का दौर आएगा, जिसमें प्रसारण क्षेत्र (ब्रॉडकास्टर के पक्ष में) और अंततः अखबारों और अन्य मीडिया मालिकों का भी समेकन (consolidation) होगा।"
उन्होंने इसे कुल मिलाकर एक सकारात्मक विकास करार दिया, यह कहते हुए कि यह भारत को अपनी उपस्थिति मजबूत करने और वैश्विक मंच पर अपनी ताकत दिखाने का अवसर प्रदान करता है, साथ ही उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध कंटेंट की गुणवत्ता को भी बेहतर बनाता है।
डेंट्सु एक्स (Dentsu X) के सीनियर डायरेक्टर अनिल सोलंकी ने अनुमान लगाया कि यह विलय पारंपरिक मीडिया को बाधित करेगा, ओटीटी की पहुंच को बढ़ाएगा और प्रतिस्पर्धा को तेज करेगा, अंततः डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को मुख्यधारा के रूप में स्थापित करेगा।
उन्होंने कहा, "यह विलय भारत के मीडिया परिदृश्य के लिए एक गेम-चेंजर होने की उम्मीद है। यह विलय डिज्नी की कंटेंट लाइब्रेरी को रिलायंस के विशाल जियो नेटवर्क के साथ मिलाकर ओटीटी की पहुंच को बढ़ाएगा। इससे पारंपरिक मीडिया को बाधित होगी और डिजिटल विज्ञापन खर्च में वृद्धि होगी।"
सोलंकी ने आगे कहा, "जी-सोनी जैसे स्थानीय प्रतिस्पर्धियों पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे उन्हें दर्शकों का हिस्सा बनाए रखने के लिए इनोवेशन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। यह विलय कंटेंट डिस्ट्रीब्यूश को पुनर्परिभाषित कर सकता है, जिससे डिजिटल नई मुख्यधारा बन सकता है।"
एक और पॉइंट उठाते हुए आशीष भसीन ने कहा कि मीडिया और एंटरटेनमेंट की दुनिया में और भी विलय (consolidations) होने की संभावना है।
आशीष भसीन बताते हैं कि जैसे वर्तमान में एजेंसी की दुनिया में 4 या 5 एजेंसियां दुनिया के अधिकांश हिस्सों में 80% विज्ञापन का हिस्सा रखती हैं, और गूगल और फेसबुक डिजिटल विज्ञापन का 70-80% हिस्सा कंट्रोल करते हैं, वैसे ही अब टीवी इंडस्ट्री में भी ऐसी ही विलय (consolidation) देखने को मिल सकती है। यानी, टीवी चैनल्स या नेटवर्क्स भी आपस में मिल सकते हैं या एक दूसरे के साथ साझेदारी कर सकते हैं ताकि वे विज्ञापन के बड़े हिस्से को कंट्रोल कर सकें।
वह आगे कहते हैं कि जी-सोनी विलय उस दिशा में एक कदम था, हालांकि यह नहीं हुआ। फिर भी, ऐसे ही कदम उठाए जाने की संभावना है। तो, हम एकीकरण के युग में प्रवेश कर रहे हैं। एक महत्वपूर्ण बात यह देखने लायक है कि यह विज्ञापन मूल्य निर्धारण को कैसे प्रभावित करेगा। इससे प्रसारकों को महत्वपूर्ण मूल्य निर्धारण शक्ति मिल सकती है। हालांकि, मूल्य हमेशा आपूर्ति और मांग का एक कार्य होता है, इसलिए उम्मीद है कि एक संतुलन बनाया जाएगा।
वायकॉम18 और स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने अपनी प्रतिबद्धता के तहत, जो उन्होंने भारत सरकार की भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग के सामने दी थी, यह निर्णय लिया कि वे अपने क्रिकेट अधिकारों के तहत टेलीविजन और OTT (ऑनलाइन स्ट्रीमिंग) विज्ञापन स्लॉट्स की बिक्री को एक साथ नहीं करेंगे। इसमें भारतीय प्रीमियर लीग (IPL), अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अधिकार शामिल हैं। यह प्रतिबद्धता उनके मौजूदा अधिकारों की शेष अवधि तक लागू रहेगी, ताकि विज्ञापन बाजार में प्रतिस्पर्धा बनाए रखा जा सके।
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने अगस्त में $8.5 बिलियन के मर्जर को मंजूरी देते वक्त इस समझौते को ध्यान में रखा था और हाल ही में इसका विस्तृत आदेश प्रकाशित किया गया। इस निर्णय का उद्देश्य विज्ञापन बाजार में प्रतिस्पर्धा को बढ़ाना और विज्ञापनदाताओं को निष्पक्ष तरीके से विज्ञापन स्लॉट्स तक पहुंच सुनिश्चित करना है। इसका मतलब यह है कि मर्जर के बाद, कंपनियों को इस तरह से कार्य करना होगा कि विज्ञापनदाताओं के पास बराबरी का अवसर हो और बाजार में कोई एकाधिकार ना बने।
28 फरवरी, 2024 को, स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (स्टार इंडिया) ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) और वायकॉम18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड (Viacom 18) के साथ एक निश्चित समझौता किया है, जो 28 फरवरी 2024 को हुआ। इस समझौते के तहत, Viacom18 और Star India के कारोबार को मिलाकर एक जॉइंट वेंचर बनाने की योजना है। इस संयुक्त उद्यम में Viacom18 और Star India के एंटरटेनमेंट और स्पोर्ट्स पे टीवी, फ्री-टू-एयर नेटवर्क्स, डीटीसी सेवाएं, फिल्म और टेलीविजन कंटेंट लाइब्रेरी, और कुछ प्रोडक्शन व्यवसायों को एक साथ लाया जाएगा। यह समझौता Viacom18 के अधिकांश हिस्से के मालिक और नियंत्रक Reliance Industries द्वारा किया जाएगा।
इस संयुक्त उद्यम (JV) के लिए एक रणनीतिक दिशा स्थापित करने के लिए, नीता अंबानी को चेयरपर्सन नियुक्त किया जाएगा और उदय शंकर को वाइस चेयरपर्सन बनाया जाएगा। इसका उद्देश्य संयुक्त उद्यम के संचालन और निर्णय लेने में इन दोनों की भूमिका को प्रमुख बनाना है। नीता अंबानी और उदय शंकर संयुक्त उद्यम की दिशा और रणनीति को मार्गदर्शित करेंगे।
सीसीआई ने यह नोट किया कि 'Schedule 3 - Commitments in Sports Segment' के तहत, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) और Walt Disney ने स्वेच्छा से कुछ प्रतिबद्धताएं दी हैं और इन प्रतिबद्धताओं को लेकर कुछ स्वेच्छा से स्पष्टीकरण भी प्रदान किए हैं। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उनकी साझेदारी के तहत स्पोर्ट्स क्षेत्र में कोई प्रतिस्पर्धा संबंधी समस्या न हो और विज्ञापन या अन्य संसाधनों का वितरण निष्पक्ष रूप से किया जाए।
जी मीडिया से खबर है कि यहां श्रुतिष महाराज ने ब्रैंडेड कंटेंट/कैम्पेन्स व आईपी सेल्स के नेटवर्क हेड के तौर पर नई भूमिका ग्रहण की है।
जी मीडिया से खबर है कि यहां श्रुतिष महाराज ने ब्रैंडेड कंटेंट/कैम्पेन्स व आईपी सेल्स के नेटवर्क हेड के तौर पर नई भूमिका ग्रहण की है। श्रुतिष मुंबई कार्यालय से अपना कार्यभार संभालेंगे और जी मीडिया के परिवार का हिस्सा बनकर अपने अनुभव और विशेषज्ञता का लाभ प्रदान करेंगे।
श्रुतिष महाराज के पास स्ट्रैटजी, सेल्स और बिजनेस डेवलपमेंट के क्षेत्र में 18 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने वर्ल्डवाइड मीडिया (टाइम्स ग्रुप) और एंटर10 टीवी नेटवर्क जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में कार्य किया है, जहां उन्होंने ब्रैंडेड कंटेंट, आईपी सेल्स और मीडिया सर्विस में रेवेन्यू ग्रोथ में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
जी मीडिया में अपनी नई भूमिका में, श्रुतिष का ध्यान इनोवेटिव ब्रैंड सॉल्यूशन्स और कंटेंट इंटीग्रेशन स्ट्रेटेजी के माध्यम से बिजनेस डेवलपमेंट और राजस्व उत्पन्न करने पर रहेगा। वे कंपनी के विभिन्न चैनलों के प्रदर्शन को बढ़ाने, इवेंट्स के आयोजन और प्रबंधन, आईपी प्रबंधन और नए व्यापारिक उपक्रमों पर भी कार्य करेंगे।
न्यूजरूम की खास बात यह है कि इसे एयरलाइन की वेबसाइट के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है और यह एयर इंडिया की खबरों, घोषणाओं और गहन कहानियों का एक केंद्रीकृत स्रोत बनाता है।
एयर इंडिया ने एक समर्पित डिजिटल न्यूजरूम लॉन्च करने की घोषणा की है, जो एयरलाइन और उससे जुड़ी समुदाय की ताजा खबरों, कहानियों और जानकारियों को साझा करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह पहल एयर इंडिया की व्यापक परिवर्तन यात्रा का हिस्सा है, जिसमें एयरलाइन की छवि को आधुनिक बनाना, वैश्विक स्तर पर स्टेकहोल्डर्स के साथ संबंध मजबूत करना, संचालन, ब्रैंड की मजबूती, कस्टमर सर्विस को पुनर्जीवित करना और अंतरराष्ट्रीय एवं घरेलू यात्रा के लिए पसंदीदा विकल्प के रूप में खुद को स्थापित करना शामिल है।
एयर इंडिया के ग्लोबल हेड ऑफ कम्युनिकेशंस, पार्थ घोष ने लिंक्डइन पर न्यूजरूम की शुरुआत करते हुए कहा, “जैसे-जैसे हम एयरलाइन की परिवर्तन यात्रा में साहसी कदम उठा रहे हैं, न्यूजरूम हमारी कहानियों को आप सभी तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हम सिर्फ आधिकारिक प्रेस विज्ञप्तियों तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि गहराई में जाकर एयर इंडिया के भीतर और बाहर, हमारे साथ काम कर रहे लोगों की दिलचस्प कहानियां और अनुभवों को साझा करेंगे, जो नई एयर इंडिया के निर्माण में योगदान दे रहे हैं और हमारे मूल्यों का प्रतीक हैं।”
न्यूजरूम की खास बात यह है कि इसे एयरलाइन की वेबसाइट के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है और यह एयर इंडिया की खबरों, घोषणाओं और गहन कहानियों का एक केंद्रीकृत स्रोत बनाता है। न्यूजरूम अब लाइव है और कोई भी व्यक्ति, जो एयर इंडिया की यात्रा और इससे जुड़े लोगों की कहानियों को फॉलो करना चाहता है, इसे एक्सेस कर सकता है।
डिज्नी स्टार भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की 90 साल लंबी यात्रा पर एक वेब सीरीज बनाने जा रही है।
डिज्नी स्टार भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की 90 साल लंबी यात्रा पर एक वेब सीरीज बनाने जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस सीरीज में आरबीआई की स्थापना से लेकर उसके वर्तमान स्वरूप तक का सफर दिखाया जाएगा।
बता दें कि इस वेब सीरीज के जरिए लोगों को देश की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में केंद्रीय बैंक की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जानने को मिलेगा। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की स्थापना 1935 में हुई थी और इस साल अप्रैल में इसका 90 साल पूरा हुआ।
सूत्रों के मुताबिक, आरबीआई ने इस प्रोजेक्ट के लिए जुलाई में ‘प्रोडक्शन एंड डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ वेब सीरीज कॉमेमोरटिंग 90 ईयर्स ऑफ RBI’ के लिए अनुरोध प्रस्ताव (RFP) जारी किया था। इस प्रस्ताव के लिए स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, वायकॉम 18, जी एंटरटेनमेंट नेटवर्क लिमिटेड और डिस्कवरी कम्युनिकेशंस इंडिया ने बोली लगाई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, जी एंटरटेनमेंट नेटवर्क और डिस्कवरी कम्युनिकेशंस इंडिया तकनीकी मूल्यांकन दौर में ही बाहर हो गए। RFP दस्तावेज में वेब सीरीज के पांच एपिसोड की योजना है, जिनकी अवधि 25-30 मिनट होगी। यह सीरीज राष्ट्रीय टीवी चैनलों और/या ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर प्रसारण के अनुकूल बनाई जानी है।
आरबीआई के अनुसार, वेब सीरीज के निर्माण के लिए स्टार इंडिया को 6.5 करोड़ रुपये की टेंडर राशि पर यह प्रोजेक्ट सौंपा गया है।
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (पीसीआई) के रविवार को हुए चुनाव में वरिष्ठ पत्रकार गौतम लाहिरी एक बार फिर अध्यक्ष चुने गए हैं।
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (पीसीआई) के रविवार को हुए चुनाव में वरिष्ठ पत्रकार गौतम लाहिरी एक बार फिर अध्यक्ष चुने गए हैं। गौतम लाहिरी पैनल ने सभी पदों पर शानदार जीत दर्ज की और इस चुनाव में अपने दबदबे को बरकरार रखा।
इस बार अध्यक्ष पद पर गौतम लाहिरी ने सबसे अधिक 1045 मत प्राप्त किए, जबकि महासचिव के तौर पर नीरज ठाकुर ने 913 मत हासिल किए। 'द वायर' की संगीता बरुआ पिशारोटी उपाध्यक्ष चुनी गईं, जिन्हें 927 वोट मिले। 'न्यूज़ नेशन' के मोहित दुबे को कोषाध्यक्ष चुना गया, जिनके पक्ष में 782 वोट आए, जबकि 'नवभारत' के अफ़ज़ल इमाम संयुक्त सचिव पद पर निर्वाचित हुए।
प्रबंधन समिति के 16 सदस्यों के लिए 28 प्रत्याशी मैदान में थे। सदस्यों में एनडीटीवी की अदिति राजपूत को सबसे अधिक 985 वोट मिले, जबकि 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' की मेघना धूलिया 905 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। अन्य निर्वाचित सदस्यों में सुरभि कांग, प्रज्ञा सिंह, नलिनी रंजन महांती और सुनील नेगी शामिल हैं, जो विभिन्न मीडिया संगठनों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
अध्यक्ष पद पर परचम लहराने के बाद गौतम लाहिरी ने कहा कि मीडिया की आजादी को बरकरार रखने के साथ-साथ मीडिया संस्थानों की स्वायत्तता बनाये रखने के लिए हमारी टीम निरंतर कोशिश करती रही है और आगे भी करती रहेगी। स्वतंत्र मीडिया स्वस्थ लोकतंत्र की बुनियाद है और इसे सुरक्षित करना हमारा दायित्व है। पत्रकारों की समस्याओं को आने वाले दिनों में भी मुखरता से उठाते रहेंगे।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और वॉल्ट डिज्नी की स्टार इंडिया के विलय के बाद भी डिज्नी करीब 200 एम्प्लॉयीज को अपने साथ बनाए रखेगी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और वॉल्ट डिज्नी की स्टार इंडिया के विलय के बाद भी डिज्नी करीब 200 एम्प्लॉयीज को अपने साथ बनाए रखेगी। ये एम्प्लॉयीज नए विलयित संस्थान का हिस्सा नहीं होंगे, बल्कि डिज्नी के एम्प्लॉयीज के रूप में काम जारी रखेंगे।
एक्सचेंज4मीडिया को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इनमें से कुछ एम्प्लॉयीज, जिनमें डिज्नी स्टार के पूर्व हेड ऑफ स्टूडियोज बिक्रम दुग्गल भी शामिल हैं, सीधे डिज्नी के लिए काम करेंगे। बिक्रम दुग्गल विशेष रूप से भारतीय बाजार पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जबकि इस समूह के कुछ अन्य एम्प्लॉयीज भारत के साथ अन्य क्षेत्रों के लिए भी कार्य करेंगे। बिक्रम दुग्गल ने विलयित इकाई में शामिल न होने का विकल्प चुना है, लेकिन डिज्नी के साथ जुड़े रहेंगे।
पहले की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों मीडिया हाउस ने यह तय किया है कि अपने क्रिकेट अधिकारों, जिनमें आईपीएल, आईसीसी और बीसीसीआई शामिल हैं, के शेष कार्यकाल के लिए टेलीविजन और ओटीटी विज्ञापन स्लॉट्स की बिक्री को एकसाथ नहीं किया जाएगा।
विलयित इकाई के नेतृत्व ढांचे को लेकर अटकलें जोरों पर हैं और जल्द ही पुनर्गठित नेतृत्व की घोषणा की जाएगी। इसमें कुछ कार्यकारी अधिकारियों के लिए नई भूमिकाएं हो सकती हैं, जबकि कुछ को पूरी तरह से संगठन से बाहर जाना पड़ सकता है।
25 साल के अनुभव के साथ केबल व ब्रॉडकास्टिंग इंडस्ट्री के अनुभवी गुरजीव कपूर को नवाचार और सर्वश्रेष्ठ कार्यप्रणालियों के लिए जाना जाता है।
डिज्नी स्टार के डिस्ट्रीब्यूशन हेड गुरजीव कपूर ने कंपनी से अलग होने का निर्णय लिया है। हमारी सहयोगी वेबसाइट एक्सचेंज4मीडिया को उच्च पदों से जुड़े सूत्रों से यह जानकारी प्राप्त हुई है। कपूर का यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब रिलायंस और डिज्नी स्टार के बीच 8.5 बिलियन डॉलर का विलय करीब आता जा रहा है।
गुरजीव कपूर जनवरी 2018 से डिज्नी स्टार के साथ जुड़े हुए थे। उन्होंने भारत और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में डिज्नी स्टार के टीवी डिस्ट्रीब्यूशन का नेतृत्व किया और नेटवर्क के दायरे को 109 से अधिक देशों में बढ़ाने की जिम्मेदारी निभाई। उन्होंने भारत के साथ-साथ यूके, यूरोप, अमेरिका, मध्य पूर्व, अफ्रीका और APAC क्षेत्र में भी कंपनी के डिस्ट्रीब्यूशन को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
25 साल के अनुभव के साथ केबल व ब्रॉडकास्टिंग इंडस्ट्री के अनुभवी गुरजीव कपूर को नवाचार और सर्वश्रेष्ठ कार्यप्रणालियों के लिए जाना जाता है। उन्होंने ब्रॉडकास्टिंग के क्षेत्र में डिजिटलीकरण की दिशा में अहम योगदान दिया है। इसके तहत उन्होंने ब्रॉडकास्टर्स, डीपीओ पार्टनर्स, नियामक अधिकारियों और अन्य इंडस्ट्री के स्टेकहोल्डर्स के साथ मिलकर एक डिजिटल नेटवर्क बनाने में सहयोग किया, जो पाइरेसी को रोकने और व्यवसाय में अधिक पारदर्शिता लाने में सहायक है।
डिज्नी स्टार से जुड़ने से पहले, गुरजीव कपूर SET डिस्कवरी और स्टार डेन मीडिया सर्विसेज के सीईओ थे।
बालाजी टेलीफिल्म्स ने नितिन बर्मन को कंपनी का नया चीफ रेवेन्यू ऑफिसर नियुक्त किया है। यह जानकारी बालाजी टेलीफिल्म्स ने हाल ही में शेयर मार्केट को दी।
बालाजी टेलीफिल्म्स ने नितिन बर्मन को कंपनी का नया चीफ रेवेन्यू ऑफिसर नियुक्त किया है। यह जानकारी बालाजी टेलीफिल्म्स ने हाल ही में शेयर मार्केट को दी। नितिन बर्मन का कार्यकाल 11 नवंबर 2024 से प्रभावी होगा।
नितिन बर्मन को 13 वर्षों का व्यापक अनुभव है। इससे पहले वे अरहा मीडिया एंड ब्रॉडकास्टिंग प्रा. लिमिटेड में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और नॉन-सब्सक्रिप्शन रेवेन्यू हेड के पद पर कार्यरत थे, जहां उन्होंने ब्रैंड सॉल्यूशंस, ब्रैंड स्टूडियो, AVOD, सिंडिकेशन, यूट्यूब चैनल और इम्पैक्ट प्रॉपर्टीज के जरिए कंपनी के लिए राजस्व उत्पन्न किया। इसके अलावा, वह टेलीकॉम और बैंकिंग इंडस्ट्री में भी कार्य कर चुके हैं और विभिन्न विभागों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उन्होंने रेडियो मिर्ची में भी डायरेक्टर - इम्पैक्ट प्रॉपर्टीज और ब्रैंड सॉल्यूशंस के रूप में महाराष्ट्र के डिजिटल, टीवी, कंसर्ट्स, इवेंट्स और एक्टिवेशन के जरिए राजस्व वृद्धि में योगदान दिया।
नितिन बर्मन ने इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और डॉफिन यूनिवर्सिटी पेरिस और UBS चंडीगढ़, पंजाब यूनिवर्सिटी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है।
बालाजी टेलीफिल्म्स के निदेशक मंडल ने नॉमिनेशन और रेम्यूनरेशन कमेटी की सिफारिशों के आधार पर नितिन बर्मन की नियुक्ति को मंजूरी दी है। उनके नेतृत्व में कंपनी को राजस्व में वृद्धि की अपेक्षा है, खासकर ब्रैंड सॉल्यूशंस और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में।
‘भारत एक्सप्रेस’ न्यूज नेटवर्क के सीएमडी और एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय का कहना है कि समूह में जल्द ही नए ग्रुप मैनेजिंग एडिटर और चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर की नियुक्ति की जाएगी।
देश के प्रमुख न्यूज नेटवर्क्स में शुमार ‘भारत एक्सप्रेस’ (Bharat Express) से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। इस खबर के मुताबिक, संस्थान ने ग्रुप मैनेजिंग एडिटर राधेश्याम राय को लंबी छुट्टी (Forced Leave) पर भेज दिया है।
समाचार4मीडिया ने जब ‘भारत एक्सप्रेस’ (Bharat Express) न्यूज नेटवर्क के सीएमडी और एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय से संपर्क किया तो उन्होंने इस खबर की पुष्टि की है। उपेंद्र राय के अनुसार, राधेश्याम राय को करीब छह महीने की लंबी छुट्टी पर भेजा गया है। हालांकि, उन्होंने फिलहाल इसके पीछे की वजह नहीं बताई है।
इसके साथ ही उपेंद्र राय का कहना था कि समूह में जल्द ही नए ग्रुप मैनेजिंग एडिटर और चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर की नियुक्ति की जाएगी। इसके बाद इनके नामों की घोषणा की जाएगी। उपेंद्र राय का कहना है कि यह बदलाव नेटवर्क के भविष्य को मजबूत करने और इसे एक नई ऊंचाई पर ले जाने की योजना का हिस्सा है।