एशिया-पैसिफिक रिसर्च सेंटर की ओर से जल्द ही स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में होने वाले एक समारोह में बल को यह अवॉर्ड दिया जाएगा।
दिल्ली प्रेस की अंग्रेजी मैगजीन ‘द कारवां’ (The Caravan) ने इस साल प्रतिष्ठित ‘शोरेनस्टीन पत्रकारिता पुरस्कार’(Shorenstein Journalism Award) जीता है। ‘स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय’ के वाल्टर एच शोरेनस्टीन एशिया-पैसिफिक रिसर्च सेंटर ने ‘द कारवां’ को इस 22वें वार्षिक पुरस्कार से सम्मानित किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस बारे में चयन समिति का कहना है कि ‘द कारवां’ और उसके एग्जिक्यूटिव एडिटर हरतोष सिंह बल ने ‘तमाम दबावों के बीच भारत में साहसिक खोजी पत्रकारिता का नेतृत्व किया है। एशिया-पैसिफिक रिसर्च सेंटर की ओर से जल्द ही स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में होने वाले एक समारोह में बल को यह अवॉर्ड दिया जाएगा।
हर साल दिए जाने वाले इस अवॉर्ड के तहत 10,000 डॉलर का नकद पुरस्कार दिया जाता है। एशिया पैसिफिक रिसर्च सेंटर द्वारा अब तक 21 पत्रकारों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
बता दें कि एशिया पैसिफिक रिसर्च सेंटर द्वारा प्रायोजित यह अवॉर्ड वार्षिक तौर पर उन पत्रकारों या मीडिया संगठनों को दिया जाता है, जिन्होंने एशिया को इससे जुड़े अहम मुद्दों पर उत्कृष्ट रिपोर्टिंग के माध्यम से बेहतर तरीके से समझने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। ऐसे में ‘द कारवां’ और इसके एग्जिक्यूटिव एडिटर हरतोष सिंह बल को इस प्रतिष्ठित अवॉर्ड के लिए चुना गया है।
हरतोष सिंह बल पूर्व में करीब दस साल तक मैगजीन में पॉलिटिकल एडिटर रह चुके हैं। उन्हें भारतीय समाज और राजनीति की गहरी समझ है। पूर्व में वह ‘ओपेन मैगजीन’ में पॉलिटिकल एडिटर रह चुके हैं। इसके अलावा वह ‘द इंडियन एक्सप्रेस’, ‘तहलका’ और ‘मेल टुडे’ में भी काम कर चुके हैं।
यह इस कार्यक्रम का तीसरा एडिशन था। 23 सितंबर 2023 को वर्चुअल रूप से हुए कार्यक्रम में प्रतिष्ठित जूरी द्वारा चुने गए 30 साल से कम उम्र के 30 इंडस्ट्री लीडर्स को सम्मानित किया गया।
‘एक्सचेंज4मीडिया’ (exchange4media) समूह के ‘पब्लिक रिलेशंस और कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस’ (e4m PR and Corp Comm) अवॉर्ड के तीसरे एडिशन के तहत 30 साल से कम उम्र वाले प्रतिभाशाली 30 युवाओं (30 Under 30) की लिस्ट से पर्दा उठ गया है। 23 सितंबर 2023 को वर्चुअल रूप से हुए कार्यक्रम में इस लिस्ट से पर्दा उठाया गया और प्रतिष्ठित जूरी द्वारा चुने गए 30 साल से कम उम्र के 30 इंडस्ट्री लीडर्स को सम्मानित किया गया।
बता दें कि इस लिस्ट को तैयार करने का उद्देश्य 30 साल की उम्र तक के ऐसे 30 युवाओं को सम्मानित करना है, जिन्होंने न सिर्फ खुद को साबित किया है, बल्कि अपने संस्थान के साथ ही पब्लिक रिलेशंस और कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस इंडस्ट्री की ग्रोथ में काफी योगदान दिया है।
इस कार्यक्रम के तहत 120 से ज्यादा एंट्रीज प्राप्त हुईं, जिनमें से शॉर्टलिस्ट की गईं एंट्रीज को जूरी के सामने प्रदर्शित किया गया। जूरी ने इन विजेताओं के चयन के लिए तमाम पहलुओं पर गौर किया। पांच अगस्त 2023 को हुई वर्चुअल जूरी प्रक्रिया के लिए ग्रैंड जूरी को दो समूहों- ग्रुप ए और ग्रुप बी में विभाजित किया गया था।
इस साल ‘पीडब्ल्यूसी इंडिया’ (PwC India) की चीफ मार्केटिंग और कम्युनिकेशंस ऑफिसर नंदिनी चटर्जी और एक्सचेंज4मीडिया (exchange4media) और ‘बिजनेसवर्ल्ड’ (BW Businessworld) के चेयरमैन व एडिटर-इन-चीफ डॉ. अनुराग बत्रा जूरी चेयर थे।
जूरी में शामिल अन्य सदस्यों के नाम आप यहां देख सकते हैं। Ashim Gupta, chief brand and communications Officer, Spark Minda Group; Arun Arora, director - head and director - strategy and communications, Mavyn.in and Chetak Foundation; Ashutosh Sharma, global head of corporate communications and corporate affairs, HCL Technology; Anand Vaidya, global lead – PR and corporate communications, WebEngage; Anand Prakash, senior group head, Adfactors PR; Bhaskar Majumdar, head - corporate affairs, communications, CSR and digital, Egis in India; Bhawna Gupta, director – client relations. Hill+Knowlton Strategies; Ekta Bhaskar, global head – corporate communications, BLS International; Jagruti Kirloskar Saxena, SVP and head - corporate marketing and communications, ANAROCK; Jyotsna Dash Nanda, AVP – corporate communications, DS Group; Neha Bajaj, founder and director, Scroll Mantra; Pradeep Wadhwa, founder and principal, Kritical Edge Consulting Pvt. Ltd.; Priya Bellani, associate account director, 80 dB Communications; Rajat Chandihok, senior vice president, Concept PR; Smita Khanna, chief operating officer, Newton Consulting; Tanmana Rath, The Good Edge and Tarunjeet Rattan, managing partner, Nucleus PR.
'ई4एम पीआर एंड कॉरपोरेट कम्युनिकेशन 30अंडर30 2023' के तीसरे एडिशन के विजेताओं की बहुप्रतीक्षित सूची आप यहां देख सकते हैं। बता दें कि इस सूची में कोई रैंकिंग नहीं है।
राजस्थान के बाड़मेर को अपनी इलेक्ट्रॉनिक पत्रकारिता की शुरुआत में बरसों तक कर्मभूमि बनाने वाले स्वर्गीय मनोज माथुर को शुक्रवार को सैकड़ों लोगो ने श्रद्धांजलि दी
राजस्थान के बाड़मेर को अपनी इलेक्ट्रॉनिक पत्रकारिता की शुरुआत में बरसों तक कर्मभूमि बनाने वाले स्वर्गीय मनोज माथुर को शुक्रवार को सैकड़ों लोगो ने श्रद्धांजलि दी। बाड़मेर जिला मुख्यालय पर प्रेस क्लब की तरफ से डाक बंगले में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें जी मीडिया में रीजनल के डिजिटल एडिटर स्वर्गीय मनोज माथुर को उनके असमय निधन पर दो मिनिट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उनका निधन 19 सितंबर को हुआ था। मनोज माथुर के परिवार में उनकी मां, पत्नी और बेटा है।
बाड़मेर के टीवी और प्रिंट पत्रकारों ने मनोज माथुर के दो साल तक बाड़मेर में की गई सकारात्मक खबरों को याद करते हुए उन्हें कलम का सच्चा सिपाही बताया। बाड़मेर में पत्रकारों ने क्रमवार माथुर जी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किए। आयोजन में पत्रकारों ने स्वर्गीय मनोज माथुर जी के व्यक्तित्व और कर्तत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वर्गीय मनोज माथुर ने बाड़मेर की सरहद, यहां की जनसमस्याओं, यहां की कला,परिवेश और लोकरंग को अपनी पत्रकारिता के जरिए आगे रखा। उनका असमय निधन ना केवल पत्रकारिता के लिए बल्कि हर आम ओ खास के लिए अपूरणीय क्षति है।
पत्रकारों और गणमान्य नागरिकों ने मनोज माथुर के परिवार को इस वज्राघात सहने की हिम्मत देने के साथ उनकी पुण्य आत्मा को श्री चरणों मे जगह देने की प्रार्थना की। श्रद्धांजलि सभा को नरेंद्र तनसुखानी, डॉक्टर प्रियंका चौधरी, खमान सिंह, राजेन्द्र सिंह,रघुवीर सिंह,दिनेश बोहरा और गोपाल कुमार ने संबोधित किया। वक्ताओं ने माथुर के निधन को एक स्वर्णिम पत्रकारिता के दौर का विराम बताते हुए उनकी कमी हमेशा महसूस करने की बात कही. पत्रकारों के साथ विभिन्न संगठनों से जुड़े पदाधिकारियो ने भी माथुर की तस्वीर को पुष्पांजलि अर्पित की।
बता दें कि मनोज माथुर 'जी मीडिया' में लंबे समय से जुड़े हुए थे। पहले वह 'जी' (राजस्थान) में एडिटर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। बाद में प्रबंधन ने उन्हें रीजनल में डिजिटल एडिटर की जिम्मेदारी सौंप दी थी।
मनोज माथुर को मीडिया में काम करने का करीब 23 साल का अनुभव था। पूर्व में वह करीब एक साल ‘इंडिया न्यूज’ (Indian News) और करीब साढ़े आठ साल ‘ईटीवी’ (etv) से भी जुड़े रहे थे।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बीजू जनता दल ने उड़िया दैनिक समाचार पत्र 'संबाद' के मालिक व संपादक सौम्य रंजन पटनायक समेत दो विधायकों को निष्कासित कर दिया है
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बीजू जनता दल (BJD) ने गुरुवार को उड़िया दैनिक समाचार पत्र 'संबाद' के मालिक व संपादक सौम्य रंजन पटनायक समेत दो विधायकों को निष्कासित कर दिया है। दोनों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप हैं।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भुवनेश्वर में कहा कि बीजेडी के दो विधायकों को निष्कासित कर दिया गया है। रेमुना से सुधांशु शेखर परिदा और खंडपाड़ा से सौम्य रंजन पटनायक को बीजद से निष्कासित किया गया है।
सौम्य रंजन पटनायक को इससे पहले 12 सितंबर को पार्टी के उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। संबाद के संपादक के रूप में उन्होंने अपनी ही पार्टी पर निशाना साधते हुए दो संपादकीय लिखे थे। उन्होंने कथित तौर पर अपने आधिकारिक पद से परे प्रभाव बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निजी सचिव वी.के. पांडियन की आलोचना की थी।
सौम्य रंजन पटनायक के खिलाफ कार्रवाई ओडिशा पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) धोखाधड़ी सहित आईपीसी (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करने के बाद हुई है।
सौम्य रंजन के जनविरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप को लेकर बीजद ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा हस्ताक्षरित बयान में कहा, ‘संबाद समाचारपत्र के पूर्व कर्मचारी की शिकायत पर ओडिशा की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने उनके और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 506/467/468/471/420/120-बी के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। संबाद अखबार के कई अन्य कर्मचारियों ने भी ईडब्ल्यूओ से इसी तरह की शिकायत की है।’
बयान में कहा गया, ‘यह संगठित तरीके से बैंक धोखाधड़ी करने का एक गंभीर मामला है, जिसमें संबाद के 300 से अधिक कर्मचारियों के नाम पर फर्जी तरीकों और जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल करके करोड़ों रुपये का ऋण लिया गया।’
बीजद ने बयान में कहा कि इसी प्रकार विधायक सुधांशु शेखर परिदा पर किसानों को दी गई तीन करोड़ रुपये की सरकारी रियायत में हेराफेरी करने का आरोप है। लोकायुक्त के आदेश के बाद राज्य सतर्कता विभाग मामले की जांच कर रहा है।
मीडिया मुगल के नाम से मशहूर 92 वर्षीय रूपर्ट मर्डोक करीब 70 साल से मीडिया सेक्टर में एक्टिव हैं।
मीडिया मुगल के नाम से मशहूर दुनिया के दिग्गज मीडिया कारोबारी रूपर्ट मर्डोक (Rupert Murdoch) ने ‘फॉक्स’ (Fox) और ‘न्यूज कॉर्प’ (News Corp) के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। हालांकि वह दोनों कंपनियों के चेयरमैन एमिरेटस बनेंगे। यह बदलाव नवंबर में आधिकारिक होगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रूपर्ट मर्डोक के बेटे लाचलान मर्डोक ‘न्यूजकॉर्प’ के एकमात्र चेयरमैन बनेंगे। इसके साथ ही करीब 52 वर्षीय लाचलान ‘फॉक्स’ के प्रेजिडेंट और सीईओ बने रहेंगे। गौरतलब है कि रूपर्ट मर्डोक करीब 70 साल से मीडिया सेक्टर में एक्टिव हैं। करीब 92 वर्षीय रूपर्ट मर्डोक ने वर्ष 1996 में ‘फॉक्स न्यूज’ लॉन्च किया था, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला टीवी न्यूज चैनल बन गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया में जन्मे अरबपति कारोबारी रूपर्ट मर्डोक ने स्टाफ मेंबर्स को एक मेमो में लिखा है, ‘मैं आप सभी को बताना चाहता हूं कि मैंने फॉक्स और न्यूज कॉर्प के चेयरमैन पद से हटने का फैसला कर लिया है। मैं अपने संपूर्ण प्रोफेशनल जीवन में रोजाना न्यूज और आइडियाज के साथ व्यस्त रहा हूं और ये बदलने वाला नहीं है। लेकिन अब समय आ गया है कि मैं कुछ अलग रोल को अपनाऊं। हमारे पास दोनों कंपनियों के लिए पूरी तरह टैलेंटेड और समर्पित टीमें हैं और लाचलान अब से दोनों कंपनियों के चेयरमैन के रूप में कार्य करेंगे।’ मर्डोक ने एक मेमो में लिखा है, ‘दशकों के दौरान हमने सामूहिक रूप से जो हासिल किया है, उस पर मुझे वास्तव में गर्व है और मैं अपने सहयोगियों का बहुत आभारी हूं। मैं उनकी बहुत सराहना करता हूं।’
वहीं, एक बयान में लाचलान मर्डोक का कहना है, ‘फॉक्स और न्यूज कॉर्प के निदेशक मंडल, नेतृत्व टीमों और उनकी कड़ी मेहनत से लाभान्वित हुए सभी शेयरधारकों की ओर से मैं अपने पिता को उनके 70 साल के उल्लेखनीय करियर के लिए बधाई देता हूं। हम उनके विजन, उनके दृढ़ संकल्प, उनके द्वारा स्थापित कंपनियों और उनके द्वारा प्रभावित अनगिनत लोगों के लिए छोड़ी गई स्थायी विरासत के लिए उन्हें धन्यवाद देते हैं। हमें उम्मीद है कि मेरे पिता बतौर एमिरेटस चेयरमैन दोनों कंपनियों को मूल्यवान सलाह देना जारी रखेंगे।’
यह कमेटी पत्रकार सुरक्षा कानूनों के संबंध में देश के विभिन्न हिस्सों में प्रचलित प्रावधानों का अध्ययन करेगी और दो महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में पत्रकारों की सुरक्षा से जुड़े कानून की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए इस मामले में उच्च स्तरीय पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्य के अपर मुख्य सचिव (गृह विभाग) की अध्यक्षता में इस कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी के अन्य सदस्यों में प्रमुख सचिव (कानून-विधायी मामले), भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता और संचार विश्वविद्यालय के एक नामित प्रतिनिधि और राज्य सरकार द्वारा नामित एक वरिष्ठ पत्रकार शामिल हैं।
जनसंपर्क विभाग के सचिव कमेटी के सदस्य सचिव होंगे। बताया जाता है कि यह कमेटी पत्रकार सुरक्षा कानूनों के संबंध में देश के विभिन्न हिस्सों में प्रचलित प्रावधानों का अध्ययन करेगी और दो महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कुछ दिनों पहले ही इसकी घोषणा की थी।
कमेटी के गठन की दिशा में जारी आदेश की कॉपी आप यहां देख सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हैदरी को जम्मू की जेल में रखा गया है। पीएसए एक कठोर कानून है, जिसका इस्तेमाल आम तौर पर राष्ट्र-विरोधी और विध्वंसक तत्वों के खिलाफ किया जाता है।
आपराधिक साजिश और जबरन वसूली के आरोप में जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा पिछले हफ्ते श्रीनगर में गिरफ्तार किए गए स्वतंत्र पत्रकार माजिद हैदरी के खिलाफ कड़े अब ‘जन सुरक्षा अधिनियम’ (PSA) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स में अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि माजिद हैदरी के खिलाफ पीएसए के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन्हें जम्मू की जेल में रखा गया है। बता दें कि पीएसए एक कठोर कानून है, जिसका इस्तेमाल आम तौर पर राष्ट्र-विरोधी और विध्वंसक तत्वों के खिलाफ किया जाता है।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते एक शिकायत के बाद स्थानीय अदालत के निर्देश पर पुलिस ने मामला दर्ज कर शहर के पीरबाग इलाके के निवासी माजिद हैदरी को गिरफ्तार कर लिया था। कई समाचार पत्रों और पोर्टल में काम कर चुके हैदरी राजनीतिक विश्लेषक के रूप में तमाम टीवी न्यूज चैनल्स पर अक्सर दिखाई देते हैं।
माजिद हैदरी को सोमवार को जमानत दे दी गई थी। लेकिन, जमानत पर रिहा होने के तुरंत बाद माजिद के खिलाफ पीएसए के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने हैदरी के खिलाफ पीएसए के तहत मामला दर्ज होने को काफी परेशान करने वाला बताया है।
एमवी श्रेयम्स कुमार को फिर से वाइस प्रेजिडेंट चुना गया है और अनुराधा प्रसाद भी वर्ष 2023-24 के लिए एनबीडीए के मानद कोषाध्यक्ष के रूप में अपनी भूमिका निभाना जारी रखेंगी।
‘एबीपी नेटवर्क’ (ABP Network) के सीईओ अविनाश पांडेय को एक बार फिर न्यूज ब्रॉडकास्टर्स के बड़े निकाय ‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन’ (NBDA) का प्रेजिडेंट चुना गया है।
सूत्रों के अनुसार, इस बार के चुनाव में ‘NBDA’ के मैनेजमेंट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। ‘मातृभूमि प्रिंटिंग एंड पब्लिशिंग कंपनी लिमिटेड’ (Mathrubhumi Printing & Publishing Co. Ltd.) के मैनेजिंग डायरेक्टर एमवी श्रेयम्स कुमार को फिर से वाइस प्रेजिडेंट पद के लिए चुना गया है।
वहीं, ‘न्यूज24 ब्रॉडकास्ट इंडिया लिमिटेड’ (News24 Broadcast India Ltd) की चेयरपर्सन कम मैनेजिंग डायरेक्टर अनुराध प्रसाद भी वर्ष 2023-24 के लिए ‘एनबीडीए’ के मानद कोषाध्यक्ष के रूप में अपनी भूमिका निभाना जारी रखेंगी। चुनाव प्रक्रिया के बाद नए पदाधिकारियों ने सूचना-प्रसारण सचिव अपूर्व चन्द्रा के साथ दोपहर का भोजन किया।
बता दें कि ‘एनबीडीए’ न्यूज ब्रॉडकास्टर्स का देश का सबसे बड़ा निजी संगठन है। यह संगठन प्राइवेट न्यूज चैनलों और डिजिटल ब्रॉडकास्टर्स का प्रतिनिधित्व करता है। यह पूरी तरह से अपने सदस्यों द्वारा वित्त पोषित संगठन है। पहले इसे ‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन’ (NBA) के नाम से जाना जाता था। 13 अगस्त 2021 को इस संगठन का नाम बदलकर ‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन’ कर दिया गया था। इसमें देश के लगभग सभी प्रमुख न्यूज नेटवर्क शामिल हैं।
कर्नाटक हाई कोर्ट ने ‘आजतक’ न्यूज चैनल के कंसल्टिंग एडिटर सुधीर चौधरी के खिलाफ दर्ज एफआईआर के मामले में पुलिस को त्वरित कार्रवाई नहीं करने का निर्देश दिया है।
कर्नाटक हाई कोर्ट ने प्राइम टाइम न्यूज एंकर और ‘आजतक’ न्यूज चैनल के कंसल्टिंग एडिटर सुधीर चौधरी के खिलाफ दर्ज एफआईआर के मामले में पुलिस को त्वरित कार्रवाई (precipitative action) नहीं करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही हाई कोर्ट ने यह भी कहा है कि सुधीर चौधरी के खिलाफ प्रथम दृष्टया मामला है और इसकी जांच की जानी चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हाई कोर्ट ने यह भी कहा है कि वह सुधीर चौधरी द्वारा एफआईआर को चुनौती देने वाली याचिका का निपटारा कर देगी और तब तक हिरासत में पूछताछ की कोई जरूरत नहीं है।
वहीं, सुधीर चौधरी द्वारा स्टे के लिए मांगे गए अंतरिम आदेश को हाई कोर्ट द्वारा मंजूरी नहीं दी गई, क्योंकि हाई कोर्ट ने याचिका को 20 सितंबर को सुनवाई के लिए पोस्ट करने का आदेश दिया था।
अपनी याचिका में चौधरी ने कर्नाटक अल्पसंख्यक विकास निगम लिमिटेड के सहायक प्रशासनिक अधिकारी शिवकुमार एस की शिकायत के बाद बेंगलुरु के शेषाद्रिपुरम पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर को चुनौती दी थी।
याचिका पर सुनवाई करने वाले न्यायमूर्ति हेमंत चंदनगौदर की एकल बेंच ने सुनवाई के दौरान कहा कि प्रथमदृष्टया जांच का मामला बनता है।
गौरतलब है कि कर्नाटक सरकार ने सुधीर चौधरी के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की है। इस एफआईआर में सुधीर चौधरी पर अल्पसंख्यकों के लिए वाणिज्यिक वाहन सब्सिडी योजना के बारे में 'जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण' गलत सूचना देने का आरोप लगाया गया है।
माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय, भोपाल के चौथे दीक्षांत समारोह एवं बिशनखेड़ी स्थित नवीन परिसर के लोकार्पण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़।
‘माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय’ (MCNUJC) भोपाल के चौथे दीक्षांत समारोह एवं बिशनखेड़ी स्थित नवीन परिसर के लोकार्पण समारोह का आयोजन 15 सितंबर को किया गया। बिशनखेड़ी स्थित विश्वविद्यालय परिसर के गणेश शंकर विद्यार्थी सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति एवं विश्वविद्यालय के कुलाध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने दीप प्रज्वलित कर नवीन परिसर का लोकार्पण किया और जून 2018 से दिसंबर 2022 के उत्तीर्ण विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान कर शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति का कहना था कि देश में हाल के वर्षों में सभी क्षेत्रों में व्यापक प्रगति हुई है और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता भी दुनिया में सबसे अधिक इसी देश में है। भारतीय संसद का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति का कहना था कि विश्व भर में अभिव्यक्ति की जितनी आजादी यहां है, उतनी कहीं और नहीं है। उन्होंने मीडिया और पत्रकारों का आह्वान किया कि वे प्रजातंत्र के चौथे स्तंभ हैं और यदि जनप्रतिनिधि भी अपना दायित्व बेहतर तरीके से नहीं निभा पा रहे हैं तो उन्हें इस मुद्दे को भी तथ्यात्मक ढंग से उठाना चाहिए।
उपराष्ट्रपति ने मीडिया से सटीक और तथ्यात्मक खबरों पर ज्यादा ध्यान देने का अनुरोध किया। उपराष्ट्रपति का कहना था कि पत्रकार का काम किसी राजनीतिक दल का हितकारी होना नहीं होता। उसका काम कोई एजेंडा सेट करना नहीं होता। प्रेस की स्वतंत्रता तभी हो सकती है, जब वो सकारात्मक हो। उन्होंने कहा कि भारतीय मीडिया का दायित्व है कि वह सकारात्मक बातों को भी बेहतर तरीके से सबके सामने लाए। इसके साथ ही उपराष्ट्रपति का यह भी कहना था कि देश के विकास में मीडिया की बड़ी भूमिका है। पत्रकारों को यह बात समझनी चाहिए और खोजी पत्रकारिता पर भी ध्यान देना चाहिए। यदि सिस्टम में कहीं कोई कमी है, तो उसे तथ्यों के साथ सामने लाना चाहिए। इसके साथ ही मीडिया को सनसनीखेज और तथ्यविहीन खबरों से बचना चाहिए।
उन्होंने विश्वविद्यालय से डिग्री लेकर निकलने वाले विद्यार्थियों से कहा कि वे देशहित को सर्वोपरि रखें और समाज व राष्ट्र के निर्माण में अपनी बेहतर भूमिका सुनिश्चित करें। इसके साथ ही भ्रष्टाचार मिटाने में भी अपनी भूमिका पत्रकार के तौर पर निभाएं। उपराष्ट्रपति ने दोहराया कि समाज को मीडिया से काफी अपेक्षाएं हैं और पत्रकारों को यह बात समझनी चाहिए।
‘एमसीयू’ के कुलपति प्रो. (डॉ.) के जी सुरेश के अनुसार, विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह लंबे समय से लंबित था। पूर्व में कोविड काल के कारण यह समारोह आयोजित नहीं किया जा सका था। बता दें कि विश्वविद्यालय के भोपाल सहित पांच परिसर और सोलह सौ अध्ययन केंद्र हैं, जिनमें लगभग दो लाख विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
समारोह में मध्य प्रदेश शासन के जनसंपर्क मंत्री राजेंद्र शुक्ला, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव और सांसद प्रज्ञा ठाकुर समेत तमाम विशिष्टजन मौजूद रहे। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए।
‘मलयाला मनोरमा’ (Malayala Manorama) के चीफ एसोसिएट एडिटर और डायरेक्टर रियाद मैथ्यू को ‘ABC’ का डिप्टी चेयरमैन चुना गया है।
‘आर के स्वामी हंसा ग्रुप’ (R K Swamy Hansa Group) के एग्जिक्यूटिव चेयरमैन श्रीनिवासन के स्वामी को सर्वसम्मति से वर्ष 2023-24 के लिए ‘ऑडिट ब्यूरो ऑफ सर्कुलेशंस’ (ABC) का चेयरमैन चुना गया है। स्वामी वर्तमान में ‘एशियन फेडरेशन ऑफ एडवर्टाइजिंग एसोसिएशंस’ (Asian Federation of Advertising Associations) के चेयरमैन हैं।
पूर्व में वह ‘इंटरनेशनल एडवर्टाइजिंग एसोसिएशन’ (IAA), आईएए इंडिया चैप्टर, कन्फेडरेशन ऑफ एशियन एडवर्टाइजिंग एजेंसी एसोसिएशंस, एडवर्टाइजिंग एजेंसीज एसोसिएशन ऑफ इंडिया, एडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन, मद्रास चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और मद्रास मैनेजमेंट एसोसिएशन के प्रेजिडेंट/चेयरमैन रह चुके हैं। ‘एडवर्टाइजिंग एजेंसीज एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ (AAAI) द्वारा स्वामी को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
वहीं, ‘मलयाला मनोरमा’ (Malayala Manorama) के चीफ एसोसिएट एडिटर और डायरेक्टर रियाद मैथ्यू को ‘ABC’ का डिप्टी चेयरमैन चुना गया है। ‘बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड’ (BCCL) के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर मोहित जैन को ब्यूरो के मानद सचिव के रूप में चुना गया है। ‘Madison Media &OOH’ के पार्टनर और ग्रुप सीईओ विक्रम सखूजा को ब्यूरो के मानद कोषाध्यक्ष के रूप में फिर से चुना गया है। वह परिषद में एडवर्टाइजिंग एजेंसी के सदस्यों का प्रतिनिधित्व करेंगे।
वर्ष 2023-24 के लिए ‘एबीसी’ की काउंसिल में जिन सदस्यों को शामिल किया गया है, उनकी लिस्ट आप नीचे देख सकते हैं।
Advertising Agencies Representatives
1. Srinivasan K Swamy, R K Swamy Ltd. – Chairman
2. Vikram Sakhuja, Madison Communications Pvt. Ltd. – Hon. Treasurer
3. Prasanth Kumar, Group M Media India Private Limited
4. Vaishali Verma, Initiative Media (India) Pvt. Ltd
Publishers Representatives
1. Riyad Mathew - Malayala Manorama Co. Ltd.. – Dy. Chairman
2. Pratap G. Pawar – Sakal Papers Pvt. Ltd.
3. Shailesh Gupta - Jagran Prakashan Ltd
4. Praveen Someshwar – HT Media Ltd.
5. Mohit Jain – Bennett, Coleman & Co. Ltd. - Hon. Secretary
6. Dhruba Mukherjee – ABP Pvt. Ltd.
7. Karan. Darda - Lokmat Media Pvt. Ltd
8. Girish Agarwal – DB Corp Limited
Advertiser Representatives
1. Karunesh Bajaj, ITC Ltd.
2. Aniruddha Haldar, TVS Motor Company Ltd.
3. Shashank Srivastava, Maruti Suzuki India Ltd.
Secretariat
Hormuzd Masani – Secretary General