कलर्स और ज़ी ने कंटेंट का निर्णय दर्शकों पर छोड़ा

<p>समाचार4मीडिया.कॉम ब्यूरो</p> <div align=left>जनरल इंटरटेनमेंट चैनलों ने अपने दर्शकों को आकर्षित क

Last Modified:
Friday, 01 January, 2016
Samachar4media

समाचार4मीडिया.कॉम ब्यूरो

जनरल इंटरटेनमेंट चैनलों ने अपने दर्शकों को आकर्षित करने और जोड़े रखने के लिए एक नई पहल की है। दर्शक कुछ समय के अंतराल के बाद शो का नाम चुन सकते हैं और शो में कौन अभिनय करेगा इसका निर्णय भी दर्शक करेंगे। एक्सचेंज4मीडिया ने कलर्स और ज़ी चैनल्स दर्शकों को अपने साथ कैसे जोड़े रखते हैं, इस पर एक अध्ययन किया।

कलर्स ने ‘बालिका वधू’ शो के लिए अपने दर्शकों से तीन नायिकाओं में से एक को चुनने के लिए कहा है जो आनंदी के चरित्र को निभायेंगी। दर्शक नई आनंदी के बारे में एसएमएस के जरिये भी वोट कर सकते हैं।
इसी तरह ज़ी ने अपने दर्शकों से नए शो के टाइटल के बारे में सुझाव मांगे हैं। चैनल शो के बारे में लोगों को मीडिया के विविध स्वरूप टेलीविजन, रेडियो और बेवसाइट पर जानकारी दे रही है। दर्शक शो के तीन आउटडोर क्रिएटिव से भी निर्णय ले सकते हैं।
 
कलर्स के प्रोग्रामिंग प्रमुख अश्विनी यार्दी ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कलर्स ने इस तरह की शुरूआत की है और बाकी चैनल्स इसे अपने यहां लागू कर रहे हैं। यार्दी ने इस पर और अधिक प्रकाश डालते हुए कहा, “हम लोगों ने दर्शकों को पर्याप्त समय दिया है तथ्य यह है कि आनंदी के चरित्र को बदला जायेगा। हालांकि, अन्य चरित्र के साथ ऐसा कोई परिवर्तन नहीं किया जायेगा, क्योंकि आनंदी का चरित्र बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है।”
 
ज़ी टीवी के मार्केटिंग प्रमुख आकाश चावला ने दर्शकों को अपने साथ जोड़ने के निर्णय पर कहा, एक चैनल के नाते अपने प्रोग्राम के बारे में हम बराबर दर्शकों के साथ जुड़कर उनकी प्रतिक्रिया जानने की कोशिश करते हैं। प्रत्येक दिन हमारे शो के बारे में सुझाव और प्रतिक्रिया के लिए भारी मात्रा में मेल आते हैं और उन सुझावों पर हम हमेशा अमल करते हैं।
 
अतीत में विशिष्ट घटनाओं के बारे में बात करते हुए चावला ने कहा, “पवित्र रिश्ता के मुख्य चरित्र मानव और अर्चना की शादी की रस्म में भाग लेने के लिए जनता को आमंत्रित किया गया था। एक औऱ उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि करोलबाग में जाग्रता के सेट पर 24/12 को आम जनता को प्रार्थना में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था।”
 
जनरल इंटरटेनमेंट चैनल की इस रणनीति पर कैरेट मीडिया इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुषमा वाई झावेरी ने कहा, “इस तरह की मार्केटिंग रणनीति बड़ी हद तक चैनल के लिए काम करता है। यह बिल्कुल ‘इंडियन आइडल’ या रियलिटी शो के विजेता प्रतिभागी को चुनने जैसा है।  दर्शकों के शामिल होने के कारण यह प्रभावी कार्य करता है। पारदर्शिता इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्हें जरूरत है बताने की कि ‘बालिका बधू’ में विजेता उम्मीदवार को कितने वोट मिले तथा विपक्ष में कितने और ज़ी के मामले में उन्हें एक कैंपेन के द्वारा विजेता की घोषणा करनी चाहिए।”
 
झावेरी के अनुसार, “नियमित टीआरपी के अलावा, इस तरह की मार्केटिंग कैंपेन की सफलता का अंदाज प्रविष्टियों की राशि के माध्यम से मापा जा सकता है। ‘बालिका वधू’ के मामले में शुरूआत में ही उच्च टेलीविजन रेटिंग प्राप्त हुई थी, क्योंकि प्रतियोगिता के अलावा, ‘बालिका वधू’ की आनंदी के बारे में लोगों की उत्सुकता बराबर बनी रही। लेकिन इस तरह के कार्यक्रमों से दर्शकों को जोड़े रखने में मदद मिलती है। अगर ज़ी भी इसी तरह के कार्यक्रम कर रहा है तो मैं यकीन से कुछ नहीं कह सकता।”
 
जनरल इंटरटेनमेंट चैनल कभी से इतना आसान नहीं रहा और दर्शकों को जोड़ने की नवीनतम पहल चैनलों के लिए एक जुआ की तरह है। हालांकि, अभी यह देखना बाकी है कि इस तरह की एक्टिविटी से चैनल्स दर्शकों को किस तरह से बांध कर रख सकते हैं।
 
नोट: समाचार4मीडिया देश के प्रतिष्ठित और नं.1 मीडिया पोर्टल एक्सचेंज4मीडिया का नया उपक्रम है। समाचार4मीडिया.कॉम में हम आपकी राय और सुझावों की कद्र करते हैं। आप अपनी राय, सुझाव और ख़बरें हमें samachar4media@exchange4media.com पर भेज सकते हैं या 09999064949 / 09818848564 पर संपर्क कर सकते हैं।

 

TAGS s4m
न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए