सोशल मीडिया के दौर में कोई भी खबर सामने आते ही सच...
समाचार4मीडिया ब्यूरो।।
आजकल सोशल मीडिया का दौर है। ऐसे में कोई भी खबर सामने आते ही सच जाने बिना देखते ही देखते यह वायरल हो जाती है और तमाम लोगों तक पहुंच जाती है। खबरों की सत्यता जाने बिना इस तरह वायरल होने को लेकर सोशल मीडिया की विश्वसनीयता पर भी समय-समय पर सवाल उठते रहते हैं।
एक बार फिर इस तरह का एक और मामला सामने आया है, जिसमें फिर सोशल मीडिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं। दरअसल, 30 दिसंबर को फेसबुक ग्रुप में एक फोटो शेयर की गई थी जिसमें रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के बगल में सेना की वर्दी में एक महिला अफसर खड़ी दिखाई दे रही थी। इस तस्वीर के साथ ये दावा किया जा रहा था कि निर्मला सीतारमण के साथ दिख रही महिला अफ़सर उनकी बेटी है और वो भारतीय फ़ौज में कार्यरत है।
इस फोटो को तमाम लोगों ने लाइक और शेयर किया था। फ़ेसबुक और ट्विटर पर सैकड़ों लोगों ने इसे 'गर्व की बात' बताते हुए लिखा था कि रक्षा मंत्री की तरह भारत के अन्य नेताओं को भी अपने बच्चों को देश की सेवा में लगाना चाहिए। लेकिन अब भारतीय सेना के दावे के साथ ही इस खबर की ‘सच्चाई’ से पर्दा उठ गया है। सेना की ओर से कहा गया है कि निर्मला सीतारमण के साथ खड़ीं महिला अफ़सर उनकी बेटी नहीं है।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता की ओर से बताया गया है कि ये निर्मला सीतारमण की बेटी नहीं, बल्कि भारतीय सेना की अफसर हैं, जिन्हें रक्षा मंत्री की नवंबर में अरुणाचल प्रदेश के हुलियांग की आधिकारिक यात्रा पर संपर्क अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया था।
"CLARIFICATION". This is the photograph clicked at the request of the Army officer appointed as the LO to the RM during an official visit. She is NOT the daughter of the RM as suggested in some social media platforms pic.twitter.com/mkBQt2dLCK
— Defence Spokesperson (@SpokespersonMoD) January 2, 2019
बताया जाता है कि इस महिला अधिकारी का नाम निकिता वेरैय्या है। निकिता की फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल के अनुसार वो कर्नाटक के मैंगलोर शहर से हैं और भारतीय फ़ौज में कार्यरत हैं। निकिता ने केंद्रीय विद्यालय मैंगलोर से पढ़ाई की है। सेना में शामिल होने से पहले निकिता इंग्लिश टीचर थीं।