Published At: Friday, 14 September, 2018 Last Modified: Sunday, 16 September, 2018
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
देश को आजादी मिलने के दो साल बाद 14 सितंबर, 1949 को भारत की संविधान सभा ने हिंदी को राजभाषा का आधिकारिक दर्जा दिया था और इसके बाद से हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा, लेकिन अंग्रेजी भाषा के बढ़ते चलन से हिंदी की अनदेखी की जाने लगी। देश के कानून अंग्रेजी में बनते हैं, अदालतें अपने फैसले अंग्रेजी में देती हैं, ऊंची पढ़ाई और शोध अंग्रेजी में होते हैं। लेकिन फिर भी अंग्रेजी से बहुत आगे हिंदी है।
वरिष्ठ पत्रकार मिलिंद खांडेकर ने लिंक्डइन पर अपने एक पोस्ट में आंकड़ों के जरिए बताया कि कैसे आज भी अंग्रेजी से बहुत आगे है ‘हिंदी’। आप भी देखिए ये ट्वीट-
हिंदी बहुत आगे है अंग्रेजी से...
@JagranNews 7 करोड़ पाठक
@timesofindia 1.3 करोड़ पाठक
6 गुना ज्यादा टीवी
@aajtak 13 करोड़ इंप्रेशन
@republic 10 लाख इंप्रेशन
130 गुना ज्यादा डिजिटल हिंदी यूजर्स
20.1 करोड़ अंग्रेज़ी यूज़र्स
19 करोड़
अंतर बढ़ेगा
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