समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
चाहे अखबार के न्यूज रूम्स हों या फिर न्यूज चैनल्स के, कल शाम को जिस-जिस को मेनका गांधी के रॉयटर्स के इंटरव्यू के बारे में पता चला एकदम से एक्साइडेट हो गया। बात ही ऐसी थी, मेनका गांधी ने इस इंटरव्यू में मोदी पर अपने विभाग का बजट काफी कम करने के आरोप लगाए थे और कहा कि देश के गरीबों को इसका अंजाम भुगतना पड़ सकता है। मोदी का एक मंत्री, वो भी गांधी खानदान से ताल्लुक रखने वाला मोदी पर आरोप लगाए, इससे बेहतर मसाला और क्या हो सकता है। लेकिन रात होते होते मामला टांय-टांय फिस हो गया और मेनका गांधी ने रॉयटर्स के खिलाफ एक्शन लेने जैसा स्टेटमेंट जारी कर दिया।
जैसे ही रॉयटर्स का ये इंटरव्यू सामने आया, तमाम पत्रकार उछल पड़े लेकिन मामला चूंकि बड़ा था इसलिए मेनका का पक्ष जानना जरूरी था। मेनका को जैसे ही ये भनक लगी कि बैठे बिठाए सर पर मुसीबत आने वाली है, घंटों में क्लेरीफिकेशन जारी किया गया। हालांकि जानकार बता रहे हैं क्योंकि मेनका ने ये बयान अपने ट्विटर एकाउंट के जरिए जारी नहीं किया बल्कि बाकायदा मंत्रालय की तरफ से पीआईबी पर जारी किया गया, इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि पीएमओ भी इस खबर पर तुरंत एक्शन में आया लगता है।
इस क्लेरीफिकेशन में कहा गया कि रॉयटर्स के पत्रकार ने फैक्ट्स को तोड़ा मरोड़ा है, उन्होंने अपने इंटरव्यू में केन्द्र सरकार को नहीं बल्कि राज्य सरकारों के रवैये को दोषी ठहराया है, लेकिन पत्रकार ने अपनी मनमर्जी की बातें उठाकर एक नई कहानी बना ली है। मेनका ने ना केवल मीडिया से इस गलत खबर को उठाने से मना किया बल्कि रॉयटर्स के खिलाफ भी एक्शन लेने की चेतावनी दी।
पर फिर भी आज कई अखबारों में मेनका गांधी के नाम से वो इंटरव्यू प्रकाशित हो गया है।
समाचार4मीडिया देश के प्रतिष्ठित और नं.1 मीडियापोर्टल
exchange4media.com की हिंदी वेबसाइट है। समाचार4मीडिया.कॉम में हम आपकी राय और सुझावों की कद्र करते हैं। आप अपनी राय, सुझाव और ख़बरें हमें mail2s4m@gmail.com पर भेज सकते हैं या 01204007700 पर संपर्क कर सकते हैं। आप हमें हमारे
फेसबुक पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं।